नई दिल्ली। आपने अब तक फिल्मों या किताबों में पुनर्जन्म की कहानी सुनी और देखी होंगी। आपको जानकर हैरानी होगी कि असल जिंदगी में भी लोग मर के वापस जिंदा हो रहे हैं। मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में एक मृत महिला जिंदा हो गई। उस महिला को देखकर पूरे गांव के लोगों में बवाल मच […]
नई दिल्ली। आपने अब तक फिल्मों या किताबों में पुनर्जन्म की कहानी सुनी और देखी होंगी। आपको जानकर हैरानी होगी कि असल जिंदगी में भी लोग मर के वापस जिंदा हो रहे हैं। मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में एक मृत महिला जिंदा हो गई। उस महिला को देखकर पूरे गांव के लोगों में बवाल मच गया है। इतना ही नही महिला ने यमराज की कहानी भी सुनाई जिसे सुनकर लोगों ने उससे हमदर्दी जताई।
उमरिया के अमरपुर की कुसुम बाई कोल कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन के पास पहुंची। कलेक्ट्रेट में उसे देखकर हर कोई हैरान रह गया। दरअसल, कुसुम बाई पंचायत के रिकॉर्ड में मृत थी। उसका अंतिम संस्कार बकायदा किया गया, जिसके लिए सरकारी योजना से पैसे भी निकाले गए। जब लोग मृत कुसुम बाई को जिंदा देखकर हैरान हुए तो उसने अपनी मौत और यमराज की पूरी कहानी सुनाई।
कुसुम बाई कोल के मुताबिक, पंचायत के सरपंच और सचिव ने यमराज बनकर उसे मारने की साजिश रची। सरकारी योजनाओं का पैसा हड़पने के लिए दोनों ने कुसुम बाई को कागजों में मृत घोषित कर दिया। यहां तक कि उन्होंने जिंदा कुसुम बाई का अंतिम संस्कार भी कर दिया और अंत्येष्टि सहायता की राशि भी निकाल ली।
मानपुर जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली पंचायत के सरपंच और सचिव ने मिलकर उसकी संबल योजना का पैसा भी निकाल लिया। जब कुसुम बाई को सरकारी योजनाओं का लाभ मिलना बंद हो गया तो उसने पूछताछ शुरू की। तब पता चला कि सरपंच और सचिव ने उसे कागजों में मृत घोषित कर दिया है। कुसुम बाई ने मामले की शिकायत की है। कलेक्टर ने मामले की जांच का आश्वासन दिया है।
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