भुवनेश्वर: ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नब किशोर दास हत्या मामले में जांच आगे बढ़ गई है. इस केस में कई अहम खुलासे हुए हैं. पुलिस के अनुसार हत्यारोपी पुलिसकर्मी हत्या को लेकर काफी समय से प्लानिंग कर रहा था. वह कई बार मंत्री के घर से लेकर ऑफिस तक रेकी करता हुआ पाया गया है. […]
भुवनेश्वर: ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नब किशोर दास हत्या मामले में जांच आगे बढ़ गई है. इस केस में कई अहम खुलासे हुए हैं. पुलिस के अनुसार हत्यारोपी पुलिसकर्मी हत्या को लेकर काफी समय से प्लानिंग कर रहा था. वह कई बार मंत्री के घर से लेकर ऑफिस तक रेकी करता हुआ पाया गया है. यहां तक कि उसने महज 24 घंटे पहले ही हत्या वाली जगह का जायजा भी लिया.
पुलिस ने खुलासा किया है कि हत्यारोपी पिछले कई महीनों से इस मर्डर की प्लानिंग कर रहा था. क्योंकि वह पिछले काफी समय से मंत्री के घर से लेकर दफ्तर तक कई बार रेकी कर रहा था. हत्या करने से पहले भी उसने टारगेट वाली जगह का जायज़ा लिया था. ऐसा इसलिए क्योंकि वह किसी भी तरह की चूक नहीं करना चाहता था. अभी तक ‘हैंड नोट’ में लिखी कत्ल की वजह का खुलासा नहीं हुआ है. हालांकि CFSL ने पुलिसवाले की हैंडराइटिंग का सैंपल ले लिया है. फिलहाल पुलिस पूरा ‘सीन रीक्रिएट’ करने में जुटी है.
ओडिशा के सबसे अमीर मंत्रियों में शामिल नब किशोर दास के मर्डर की जांच क्राइम ब्रांच कर रही है. आरोपी ASI गोपाल कृष्ण दास से पूछताछ भी की जा चुकी है. पूछताछ में उसने कबूला है कि वो करीब तीन महीनों से मंत्री नब किशोर दास का कत्ल करना चाहता था. उसने ये भी कबूला कि नब किशोर दास को मारने के लिए ना सिर्फ पूरी तैयारी की थी, बल्कि कई बार अपनी पिस्टल कॉग लेकर भी उनके पास पहुंचा था लेकिन सही मौका ना मिल पाने से वह बच गए.
बताया जा रहा है कि पुलिसकर्मी के अनुसार मंत्री दास ने झारसुगुडा का माहौल खराब कर रखा था. उनकी दबंगई से खुद इलाके के पुलिसवाले भी घबराते थे ऐसे में गोपाल को लगा कि जब तक वह मंत्री की ह्त्या नहीं करेगा तब तक पुलिसवाले चैन की सास नहीं ले पाएंगे.
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