NRI Indian Summit 2019: आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रवासी भारतीय सम्मेलन की शुरुआत करेंगे. इस प्रवासी भारतीय सम्मेलन में दुनिया के 50 से ज्यादा देशों से लगभग डेढ़ हजार प्रवासी भारतीय शामिल होंगे. इस सम्मेलन में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी भांग लेंगी.
वाराणसी. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में होंगे. वहां वो प्रवासी भारतीय सम्मेलन के 15 वें संस्करण का उद्घाटन करेंगे. इस प्रवासी भारतीय सम्मेलन में दुनिया भर के प्रवासी भारतीय विश्व की सांस्कृतिक राजधानी की विरासत देखने आएंगे. इन प्रवासी भारतीयों का स्वागत खुद पीएम मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज करेंगे और मेहमानों को देश की परंपराओं से परीचित कराएंगे. हालांकि गंगा आरती के साथ वाराणसी में होने वाले इस खास कार्यक्रम की शुरुआत तो हो चुकी है लेकिन औपचारिक तौर पर आज इसका उद्घाटन होगा. सबसे ज्यादा खास बात ये रही की इस सम्मेलन में शामिल होने आए मेहमान भारत आकर बेहद खुश दिखे.
वाराणसी के बाबतपुर एयरपोर्ट पर रविवार को सुबह से शाम तक सम्मेलन में शामिल होने आए मेहमान विमानों से उतरते दिखे. लगभग सभी ने विमान से उतरते ही हाथ जोड़कर और घुटने मोड़कर अपनी मिट्टी को चूमा. ये सम्मेलन 21 से 23 जनवरी तक आयोजित होगा. इस सम्मेलन में दुबई, मलयेशिया, कजाकिस्तान, सूरीनाम, अमेरिका आदि देशों के प्रवासी भारतीय शामिल हो रहे हैं. इन देशों से रविवार को लगभग आठ सौ मेहमान वाराणसी पहुंचे. इनके अलावा मॉरीशस के 264 प्रवासी विशेष विमान से पहुंचे. सभी मेहमानों का स्वागत हाथों में आरती की थाल के साथ स्कूली बच्चों ने गुलाब का फूल देकर किया. बच्चों ने मेहमानों को फूलों की माला पहनाई और रुद्राक्ष भेंट के रूप में दिया. सभी के रहने की व्यवस्था उनके पंजीकरण नंबर अनुसार कर दी गई.
इस सम्मेलन में शामिल होने के लिए दुनिया के 50 से ज्यादा देशों से करीब डेढ़ हजार प्रवासी भारतीय वाराणसी आए हैं. जिनमें से सबसे ज्यादा मलेशिया से हैं. केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर, मलयेशिया के गणेश वाईबी श्विाने, राजाराम, मलयेशिया सरकार के सेक्रेटरी रमेश कुमार व डॉ. सुमगुम रंगा स्वामी, महात्मा गांधी की पोती इला गांधी भी इस सम्मेलन में शामिल हो रहे हैं. सभी ने मिलकर रविवार को वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती की. बता दें कि इस प्रवासी सम्मेलन में तीन दिन नए भारत के निर्माण में प्रवासियों की भूमिका पर मंथन किया जाएगा. इसके लिए अलग-अलग सात सत्र आयोजिक किए जाएंगे. जिसमें विशेषज्ञ अपनी राय रखेंगे और प्रवासी मेहमानों से उनकी राय जानेंगे. साथ ही सांसद व अभिनेत्री हेमा मालिनी गंगा नृत्य नाटिका प्रस्तुत करेंगी.