भोपाल: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव नज़दीक है। बता दें, आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए अब सिर्फ 200 दिन बचे हैं। तब से MP को RSS का गढ़ माना जाता रहा है। ऐसे में RSS अब ऐसे मंदिरों को पूरे राज्य में चिन्हित करता है। जहाँ लोग काम आते जाते हैं। ऐसे में RSS […]
भोपाल: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव नज़दीक है। बता दें, आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए अब सिर्फ 200 दिन बचे हैं। तब से MP को RSS का गढ़ माना जाता रहा है। ऐसे में RSS अब ऐसे मंदिरों को पूरे राज्य में चिन्हित करता है। जहाँ लोग काम आते जाते हैं। ऐसे में RSS के लोग मंदिरों से खालीपन दूर करने में लगे हैं। इस दौरान उन मंदिरों में हनुमान चालीसा का पाठ भी करवाया जा रहा है।
आपको बता दें, राजधानी भोपाल के टीटी नगर स्थित एक हनुमान मंदिर है। जहाँ करीब 20 हजार कर्मचारी इस काम के लिए समर्पित हैं। वहीं RSS कार्यकर्ताओं का कहना है कि हम धर्म के जरिए लोगों को जोड़ रहे हैं। उसके साथ कुछ भी गलत नहीं है। उनका मानना है कि बल, बुद्धि और विद्या के लिए हनुमान जी के पास अवश्य जाना चाहिए। ऐसे में हम प्रदेश भर के मंदिरों में हनुमान चालीसा के पाठ पर ज़ोर दे रहे हैं।
हालाँकि भोपाल 7 नं. स्थित हनुमान मंदिर में काफी सूनापन है। यहाँ ज्यादा लोग नहीं आते। जब मंदिर के पुजारी से इस बारे में बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि RSS कर रहा है तो ठीक है। ऐसे में लोग यहाँ हनुमान चालीसा का जाप करके आएँ तो काफी अच्छा होगा।
वहीं मध्य भारत के प्रांत संघ चालक अशोक पाण्डेय का कहना है कि लोगों की आस्था जाग्रत हो, लोग मंदिर जाना शुरू करें और मंदिर समाज परिवर्तन का केंद्र बने. इसके लिए ही यह काम किया गया है। जब पूछा गया कि ऐसे कितने मंदिरों को चिह्नित किया गया। इस संबंध में अशोक पांडेय ने कहा कि संघ के पास अभी ऐसा कोई आँकड़ा नहीं है।
अब मध्यप्रदेश में नीति की शुरुआत हनुमान चालीसा के पाठ से हुई है। दूसरी ओर, कांग्रेस नेता पीसी शर्मा, जिन्होंने पुजारियों और संतों के लिए पुरोहित प्रकोष्ठ स्थापित किया है, कहते हैं कि आरएसएस और भाजपा सिर्फ चुनाव नजदीक आने पर ही मंदिर जाते हैं। चुनाव खत्म होने के बाद ये लोग मंदिर के बारे में भूल जाएँगे । बीजेपी मीडिया के इस स्टेटस पर लोकेंद्र पाराशर कहते हैं कि मंदिर हमारे संस्कारों का केंद्र है।