उत्तर प्रदेश के संभल में हुए हिंसा के 12 दिन हो गए हैं। सीएम योगी ने बुधवार देर रात राज्य में कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि संभल हो या कोई अन्य जिला, अराजकता फ़ैलाने की इजाजत किसी को नहीं मिलनी चाहिए।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के संभल में हुए हिंसा के 12 दिन हो गए हैं। सीएम योगी ने बुधवार देर रात राज्य में कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि संभल हो या कोई अन्य जिला, अराजकता फ़ैलाने की इजाजत किसी को नहीं मिलनी चाहिए। संभल का एक भी दंगाई बख्शा नहीं जाएगा। कानून का उल्लंघन करने की अनुमति किसी को नहीं मिलेगी।
बता दें कि बुधवार को संभल में हिंसा प्रभावित इलाके में बुलडोजर कार्रवाई हुई। नगर पालिका ने 10 अवैध दुकानों को बुलडोजर से तोड़ा। बुलडोजर कार्रवाई पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि यह सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ है। जिनका घर-दुकान टूटने वाला है, उन्हें कम से कम अपनी बात रखने का मौका तो मिलना चाहिए। योगी सरकार एक समाज को जानबूझकर सजा दे रही है।
गौतमबुद्धनगर, अलीगढ़, सम्भल अथवा कोई अन्य जनपद, कहीं भी अराजकता फैलाने की छूट किसी को नहीं दी जा सकती।
जनपद सम्भल में विगत दिनों हुई घटना से जुड़े उपद्रवियों के साथ पूरी कठोरता के साथ निपटें। जिन लोगों ने सार्वजनिक सम्पत्ति को क्षतिग्रस्त किया है, उसे वापस ठीक कराने का खर्च…
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) December 4, 2024
संभल SP केके बिश्नोई ने जिले में हालात को लेकर कहा कि PAC और RAF की 10 कंपनियां अभी भी तैनात है। 10 दिसंबर तक धारा -163 लगी हुई है। इसके बाद फिर से समीक्षा की जाएगी। बता दें कि संभल कोर्ट के आदेश पर 24 नवंबर को सर्वे टीम जामा मस्जिद पहुंची थी। इसी दौरान हिंसा भड़की, जिसमें 5 लोगों की जान चली गई। इस मामले में अब तक 33 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।