नई दिल्ली, नोएडा के ट्विन टावर्स धवस्त हो गए हैं, घटनास्थल से जो वीडियो सामने आए हैं उसमें महज 2 सेकेंड में जमींदोज हो गए. इसके बाद चारों तरफ सिर्फ धुंआ ही धुंआ देखने को मिला. ट्विन टावर्स के ध्वस्तीकरण के बाद नोएडा एक्सप्रेस वे पर धूल ही धूल जमा हो गई. इस ध्वस्तीकरण को देखने के लिए नोएडा एक्सप्रेस वे पर सैकड़ों लोग जमा हो गए, जबकि 500 मीटर के एरिया में किसी को भी रहने की इजाजत नहीं थी, आज दोपहर 2 बजकर 15 मिनट पर एक्सप्रेस वे पर ट्रैफिक पूरी तरह बंद कर दिया गया था और ठीक 2.30 बजे टावर्स को ध्वस्त कर दिया. लगभग 100 मीटर ऊंचे टावर को गिराने के लिए इसमें 3,700 किलोग्राम से ज्यादा बारूद भरी गई थी.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों टॉवर की ऊंचाई 100 मीटर से थोड़ी ज्यादा थी, टावर को गिराने के लिए वाटरफॉल इम्प्लोजन तकनीक का इस्तेमाल किया गया था, जिसकी वजह से यह बिल्डिंग जिस जगह बनी थी उसी जगह ताश के पत्तों की तरह बिखर गई. विस्फोट के लिए लगाए गए बटन और बिल्डिंग को गिरने की पूरी प्रक्रिया करीब 9 सेकेंड में पूरी हो गई, हाँ वो अलग बात है कि पूरा इलाका धूल के गुबार में तब्दील हो गया और बहुत देर तक सिर्फ धुंआ ही नज़र आया. बता दें, ट्विन टावर को ध्वस्त करने के लिए जितने विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया वो 3 अग्नि, 12 ब्रह्मोस या 4 पृथ्वी मिसाइलों के बराबर है.
सुपरटेक के ट्विन टावर्स को गिराने में तकरीबन 17.55 करोड रुपये का खर्च आया है, दिलचस्प बात तो ये है कि इसे गिराने का खर्च भी बिल्डर कंपनी सुपरटेक ने वहन किया है. दोनों ही टावरो में कुल 950 फ्लैट्स बने चुके थे, 200 से 300 करोड़ रुपये की लागत से इस ट्विन टावर का निर्माण किया था.
Twin Tower: 9 सेकेंड में मलबे का ढेर बन गया ‘ट्विन टावर’, 3700 किलोग्राम विस्फोटकों ने किया जमींदोज
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