गौतम बुद्ध नगरः उत्तर प्रदेश पुलिस के डीजीपी ओ.पी. सिंह को उनके ही विभाग के कर्मचारी यानी पुलिस वाले नहीं पहचानते हैं. हुआ यूं कि बुधवार को डीजीपी सिंह नोएडा में थे. वह सेक्टर-45 स्थित पुलिस चौकी के पास से गुजर रहे थे कि तभी उन्होंने आम्रपाली पुलिस चौकी के दारोगा और कांस्टेबल को गलत ठंग से वर्दी पहने हुए देखा. वह चौकी में गए और दोनों को वर्दी ठीक से पहनने के लिए कहा. दारोगा और कांस्टेबल उन्हें नहीं पहचाने और उनसे बहस करते हुए उन्हें अपना काम करने के लिए कहने लगे. डीजीपी ने फौरन एसएसपी को इसकी सूचना दी और आनन-फानन में दोनों को सस्पेंड कर दिया गया.
दरअसल बुधवार को डीजीपी ओपी सिंह दिल्ली में आयोजित एक बैठक में हिस्सा लेने के लिए जा रहे थे. नोएडा से गुजरते हुए उनका काफिला आम्रपाली पुलिस चौकी के पास पहुंचा. दारोगा हरिभान सिंह और कांस्टेबल योगेश कुमार वहां खड़े थे. हरिभान ने टोपी नहीं पहनी थी जबकि कांस्टेबल योगेश कुमार की टोपी पर अशोक चिन्ह का निशान गायब था. डीजीपी ने रुककर दोनों को बुलाया तो वह उन्हें नहीं पहचान सके.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ओपी सिंह के टोकने पर वह उन्हें अपना काम करने की बात कहने लगे. जिसके बाद डीजीपी ने फौरन नोएडा के एसएसपी अजय पाल शर्मा को फोन किया और इसकी जानकारी दी. आनन-फानन में एसएसपी ने दोनों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया. एसएसपी ने बताया कि अनुशासनहीनता के आरोप में दोनों को निलंबित किया गया है. बताया जा रहा है कि दारोगा हरिभान सिंह ने बुधवार को ही सेक्टर-45 चौकी का कार्यभार ग्रहण किया था. वह 3 घंटे ही ड्यूटी कर पाए थे कि डीजीपी ओपी सिंह का दौरा हो गया.
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