Hazrat Nizamuddin Dargah Women Entry: सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के सुप्रीम कोर्ट के आदेश को मद्देनजर रखते हुए अब दिल्ली स्थित हजरत निजामुद्दीन औलिया दरगाह में प्रवेश की अनुमति पाने के लिए याचिका दायर की है. याचिकाकर्ताओं का कहना है कि दरगाह में घुसने की इजाजत न देना उनके लिए भेदभाव जैसा है. ये उनकी मान्यता को ठेस पहुंचाना है.
नई दिल्ली. मुंबई स्थित हाजी अली दरगाह और केरल स्थित सबरीमला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश की सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनुमति दिए जाने के बाद अब दिल्ली स्थित हजरत निजामुद्दीन औलिया दरगाह में महिलाओं के प्रवेश की अनुमति के लिए याचिका दायर की गई. ये याचिका दिल्ली हाई कोर्ट में दायर की गई. इस याचिका में मांग की गई है कि महिलाओं को भी दरगाह के अंदर स्थित कमरे तक जाने की अनुमति दी जाए. ये याचिका पुणे स्थित कॉलेज से कानून की पढ़ाई कर रही महिला छात्रों ने दायर की है.
उन्होंने याचिका में केंद्र और संबंधित प्रशासन से प्रवेश के लिए अनुमति मांगी है. इस याचिका पर सुनवाई अगले हफ्ते की जाएगी. याचिका में कहा गया है कि दरगाह के बाहर एक नोटिस लगा है जिसमें ‘महिलाओं का प्रवेश वर्जित’ लिखा हुआ है. याचिका में कहा गया है कि निजामुद्दीन दरगाह एक सार्वजनिक स्थान है. किसी सार्वजनिक स्थान पर लिंग के आधार पर जाने न दिया जाना भारतीय संविधान के विपरीत है. साथ ही कहा गया कि अजमेर शरीफ दरगाह और हाजी अली दरगाह में भी महिलाओं की अनुमति पर रोक नहीं है.
बता दें कि याचिका दायर करने वाली पुणे की ये छात्राएं हाल ही में दिल्ली स्थित हजरत निजामुद्दीन औलिया दरगाह गई थीं. वहां उन्हें अंदर जाने नहीं दिया गया. उन्होंने इसके बाद अधिकरियों और दिल्ली पुलिस से बात की लेकिन कहीं से भी मदद न मिलने पर उन्होंने हाई कोर्ट में याचिका दायर करवाई. उन्होंने दरगाह के अंदर न जाने दिए जाने को भेदभाव करार दिया है. ये उनकी मान्यता को ठेस पहुंचाना है.