लखनऊ। मंगलवार को उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बबीता चौहान को महिला प्रयोग आयोग का अध्यक्ष का अध्यक्ष बनाया गया। तो वहीं मुलायम सिंह की बहू अपर्णा यादव को महिला आयोग की उपाध्यक्ष का पद दिया गया, मगर अब सियासी गलियारों में चर्चा ये हैं कि अपर्णा यादव इस जिम्मेदारी से खुश नही हैं। […]
लखनऊ। मंगलवार को उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बबीता चौहान को महिला प्रयोग आयोग का अध्यक्ष का अध्यक्ष बनाया गया। तो वहीं मुलायम सिंह की बहू अपर्णा यादव को महिला आयोग की उपाध्यक्ष का पद दिया गया, मगर अब सियासी गलियारों में चर्चा ये हैं कि अपर्णा यादव इस जिम्मेदारी से खुश नही हैं।
अपर्णा यादव की नाराजगी का संकेत उनकी खामोशी दे रही है। उपाध्यक्ष बनने के बाद पीएम से लेकर सीएम और प्रदेश अध्यक्ष तक उन्हे बधाई दे रहे हैं परन्तु अभी तक उनकी कोई प्रतिक्रिया नही आई है। प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी से अपर्णा की नाराजगी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा – कोई काम बड़ा या छोटा नही होता है।
अपर्णा यादव को महिला आयोग का उपाध्यक्ष पद छोटा लगता है। वो महिला आयोग की अध्यक्ष बनना चाहती थीं। मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा को महिला आयोग का उपाध्यक्ष बनाया गया है। यहीं से विवाद शुरू हुआ है। एक समय बबीता और उनके पति जितेंद्र चौहान समाजवादी पार्टी में थे। जब दोनों मुलायम सिंह से मिलने आते थे तो अपर्णा से भी मिलते थे। समय बदला और बबीता अब आयोग की अध्यक्ष हैं और अपर्णा उपाध्यक्ष।
अपर्णा यादव ने 2017 का विधानसभा चुनाव लखनऊ कैंट सीट से लड़ा था और दूसरे नंबर पर रही थीं। उन्हें भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार रीता बहुगुणा जोशी ने हराया था और उन्हें करीब 63,000 वोट मिले थे। जनवरी 2022 में वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गई। भाजपा में शामिल होने के बाद अपर्णा यादव ने कहा कि वह भाजपा की बहुत आभारी हैं।
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