Bihar Special Status: बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलने का मुद्दा अक्सर उठता है। इस बार भी नीतीश कुमार केंद्र से इसकी मांग कर रहे है। वहीं अब इस मुद्दें पर NDA में बिखराव दिख रहा है। जेडीयू नेता राजीव रंजन की यह भी मांग है कि विशेष राज्य का दर्जा ना मिलने तक […]
Bihar Special Status: बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलने का मुद्दा अक्सर उठता है। इस बार भी नीतीश कुमार केंद्र से इसकी मांग कर रहे है। वहीं अब इस मुद्दें पर NDA में बिखराव दिख रहा है। जेडीयू नेता राजीव रंजन की यह भी मांग है कि विशेष राज्य का दर्जा ना मिलने तक बिहार को फंड दिया जाए।
रविवार को हुई सर्वदलीय बैठक के बाद जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव और राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने रविवार (21 जुलाई) को कहा कि तीन साल पहले केंद्र सरकार ने हमें एक लाख 25 करोड़ रुपये दिए थे, हम लोगों की ओर से बार-बार विशेष राज्य की मांग कर रहे है, लेकिन जब तक विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलता है, तब तक हमें अतिरिक्त फंड दिया जाए, जिससे बिहार के विकास में रुकावट न हो। जेडीयू के राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा ने कहा कि हमारी पार्टी की हमेशा से ही मांग रही है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले।
आरजेडी के राज्यसभा सांसद ने मनोज कुमार झा भी इस मुद्दे पर जेडीयू जैसी बोली बोल रहे है। उन्होंने कहा जब बिहार और झारखंड का बटवारा हुआ, तब से हमारी यह मांग है। लोग मानते है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना अवास्तविक है। बिहार को श्रमिको का राज्य मानकर जो नीतियां बनाई जाती है, हम उन्हे बदलना चाहते है। हम अपने राज्य को विशेष पैकेज और दर्जा दोनो दिलाएंगे।
एनडीए में शामिल LJP नेता चिराज पासवान भी इस मुद्दे पर आरजेडी और जेडीयू के संग है। उन्होंने भी बिहार के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग की है। वहीं दूसरी तरफ HAM नेता जीतन राम मांझी के सुर अलग सुनाई दे रहे है। उनका कहना है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना नामुमकिन है क्योंकि नीति अयोग द्वारा इसका प्रावधान ही खतम कर दिया गया है।