NCRB Report राजस्थान, देश को आज़ाद हुए 75 साल हो गए हैं, लेकिन महिलाओं की स्थिति आज भी दयनीय ही बनी हुई है. आज भी देश में महिला सुरक्षा पर एक बहुत बड़ा प्रश्नचिह्न है, जो समय के साथ बढ़ते ही जा रहा है. हाल ही में केंद्र सरकार की एजेंसी, नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो […]
राजस्थान, देश को आज़ाद हुए 75 साल हो गए हैं, लेकिन महिलाओं की स्थिति आज भी दयनीय ही बनी हुई है. आज भी देश में महिला सुरक्षा पर एक बहुत बड़ा प्रश्नचिह्न है, जो समय के साथ बढ़ते ही जा रहा है. हाल ही में केंद्र सरकार की एजेंसी, नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो ( NCRB Report ) ने देश में रेप के आंकड़ें जारी किए जिसके तहत राजस्थान टॉप पर रहा तो वहीं उत्तर प्रदेश दूसरे नंबर पर.
दुष्कर्म के मामलों में देश में कई क़ानून बनाए गए हैं, लेकिन इसके बाद भी इन मामलों में कोई कमी देखने को नहीं मिल रही है. हाल ही में, भारत सरकार की नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो ( NCRB ) ने साल 2020 में हुए रेप के मामलों के आंकड़ें जारी किए जिसमे राजस्थान टॉप पर रहा, बीते साल राजस्थान में रेप के 5 हजार 310 केस दर्ज हुए. दूसरे नंबर पर यूपी रहा, जहां 2 हजार 796 मामले आए. एनसीआरबी के मुताबिक, 2020 में देशभर में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 3,71,503 केस दर्ज किए गए.
ये आंकड़ा 2019 के तुलना में कम हुआ है. 2019 में 4,05,326 केस दर्ज किए गए थे. वहीं, 2020 में देशभर में दुष्कर्म के 28 हजार 46 केस दर्ज किए गए. यानी, हर दिन औसतन दुष्कर्म के 77 केस दर्ज किए गए. साल 2019 की तुलना में साल 2020 में दुष्कर्म के मामलों में कमी आई है. NCRB की रिपोर्ट के मुताबिक दुष्कर्म के ज़्यादातर मामलों में आरोपी कोई पहचान वाला ही निकला है. पिछले साल 28,046 केस दर्ज हुए थे, जिनमें से 26,808 केस ऐसे थे जिनमें पीड़िताओं ने करीबियों पर ही दुष्कर्म का आरोप लगाया था. राजस्थान के 5,310 मामलों में से 5,046 मामलों में करीबी ही आरोपी निकला था.