Advertisement
  • होम
  • राज्य
  • Chattisgarh: नक्‍सलियों ने दिनदहाड़े BJP नेता पर चलाई कुल्हाड़ी, मौत

Chattisgarh: नक्‍सलियों ने दिनदहाड़े BJP नेता पर चलाई कुल्हाड़ी, मौत

बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई हैं. जहां नक्सलियों ने दहशत फैलाने के लिए बड़ी घटना को अंजाम दिया. दिनदहाड़े नक्सलियों ने भाजपा नेता मंडल अध्यक्ष की उनके पैतृक गांव में उन्हीं के परिजनों के सामने उनकी हत्या कर दी. इस घटना से पूरे परिवार में मातम […]

Advertisement
  • February 5, 2023 7:19 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई हैं. जहां नक्सलियों ने दहशत फैलाने के लिए बड़ी घटना को अंजाम दिया. दिनदहाड़े नक्सलियों ने भाजपा नेता मंडल अध्यक्ष की उनके पैतृक गांव में उन्हीं के परिजनों के सामने उनकी हत्या कर दी. इस घटना से पूरे परिवार में मातम पसरा है और इलाके में दहशत का माहौल है.

शादी समारोह में जा रहे थे नेता

जानकारी के अनुसार भाजपा नेता मंडल अध्यक्ष नीलकंठ कक्केम अपनी साली की शादी की तैयारियां करने अपने पैतृक गांव आए थे. जब वह अपने परिवार के साथ रविवार को अपने पैतृक गांव पेकरम आए तो दोपहर 3 बजे के करीब रास्ते में स्मॉल एक्शन टीम के नक्सलियों ने उन्हें घेर लिया. फिर परिजनों के सामने ही उन पर चाकू और कुल्हाड़ी से हमला कर निर्ममता पूर्वक हत्या कर दी. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पोस्टमार्टम के बाद नेता का शव पुलिस को सौपा जाएगा. फिलहाल पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज़ कर लिया है और जाँच की जा रही है.

 

15 साल से अध्‍यक्ष थे कक्‍केम

घटना को अंजाम देने वाले नक्सली मौके से फरार हो गए हैं. जानकारी के अनुसार नीलकंठ कक्केम बीजेपी के समर्पित कार्यकर्ता थे. वे पिछले 15 सालों से उसूर बीजेपी मंडल अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. पेकरम में इस पूरी वारदात को अंजाम दिया गया जो आवापल्ली थाना से करीब 8 किलोमीटर दूर है. दोपहर 3 बजे के दरमियान हुई इस बड़ी वारदात के बाद इलाके में दहशत का माहौल है. दूसरी ओर शादी का घर में मातम में बदल गया है. बीजापुर एसपी ने घटना की पुष्टि की है.

सीआरपीफ ने पकड़े थे 7 नक्सल

गौरतलब है कि कुछ ही दिनों पहले केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) और छत्तीसगढ़ पुलिस ने मिलकर छत्तीसगढ़ के सुकमा में 7 नक्सलियों को पकड़ा था. यह अभियान सफल हुआ था जहां 2 फरवरी को पुलिस के हाथों ये कामयाबी लगी थी. 1 फरवरी की आधी रात को यह संयुक्त अभियान केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और पुलिस के द्वारा शुरू किया गया था.

कारगिल युद्ध के साजिशकर्ता थे मुशर्रफ, 1965 में भारत के खिलाफ लड़े थे युद्ध

Parvez Musharraf: जानिए क्या है मुशर्रफ-धोनी कनेक्शन, लोग क्यों करते हैं याद

Advertisement