पटना: पुलिस और सुरक्षा बलों ने 10 लाख के इनामी नक्सली अऱविंद भुईयां को गिरफ्तार कर लिया है. बिहार के गया जिले की सीमा के पास से पुलिस और CRPF की टीम ने उसे गिरफ्तार किया है. अऱविंद भुईयां को पकड़ने के लिए CRPF और पुलिस की टीम ने कोबरा बटालियन में एक ऑपरेशन चलाया […]
पटना: पुलिस और सुरक्षा बलों ने 10 लाख के इनामी नक्सली अऱविंद भुईयां को गिरफ्तार कर लिया है. बिहार के गया जिले की सीमा के पास से पुलिस और CRPF की टीम ने उसे गिरफ्तार किया है. अऱविंद भुईयां को पकड़ने के लिए CRPF और पुलिस की टीम ने कोबरा बटालियन में एक ऑपरेशन चलाया जिसके बाद अऱविंद भुईयां को गिरफ्तार किया गया है.
दरअसल बिहार सरकार ने भुईया पर अब तक 25 हजार जबकि झारखंड सरकार ने 10 लाख रुपए का इनाम रखा है जो नक्सली संगठन में जोनल कमांडर था. गया, औरंगाबाद के साथ ही अऱविंद भुईयां और उसके साथी झारखंड के पलामू चतरा हजारीबाग और लातेहार जिले में भी सक्रिय थे. उसके खिलाफ बिहार और झारखंड में अलग-अलग मामलों में 100 मुक़दमे दर्ज़ हैं. पुलिस ने नक्सली को अरविंद भुइंया उर्फ मुखियाजी को हथियार के साथ गिरफ्तार किया है जिसके पास से AK-47 बरामद की गई है. उसकी गिरफ्तारी के बाद से झारखंड और बिहार पुलिस ने राहत की सांस ली है.
बता दें, कुछ ही दिनों पहले भुइया के बिहार स्थित घर पर पलामू पुलिस ने एक इश्तेहार चिपकाया था. भुइंया के सलैया थाना के बिराज गांव स्थित घर पर इश्तेहार चिपकाए जाने के बाद शनिवार की रात उसकी गिरफ्तारी की गई. हालांकि अब तक पुलिस ने इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं की है. जानकारी के अनुसार पलामू के मनातू थाना क्षेत्र में बारुदी सुरंग विस्फोट को लेकर अऱविंद भुइयां पर भी आरोप है जिस घटना में चार जवान शहीद हो गए थे.
मनातू थाना क्षेत्र में साल 2010-11 में तात्कालीन पलामू एसपी पर भी हमला किया गया था जिसमें दो जवान शहीद हो गए थे. हमले में SP बाल-बाल बचे थे जिसका आरोप भी अरविंद भुइंया पर ही था. नक्सलियों में अरविंद भुइयां मुखिया जी के नाम से मशहूर है जिसके बारे में कहा जाता है कि वह शीर्ष नेताओं की ओर से मिले काम को भी बहुत कुशलता के साथ करता था.