कुल्लू मनाली में कुदरत का तांडव, बादल फटने से बह गया नेशनल हाई-वे

Himachal Pradesh Cloudburst: हिमाचल प्रदेश के कुल्लू, मंडी और शिमला क्षेत्रों में बादल फटने के बाद अचानक आई बाढ़ के बाद अब तक छह शव बरामद किए गए हैं, जबकि 53 लोग अभी भी लापता हैं। बादल फटने की घटना 31 जुलाई और 1 अगस्त की रात को हुई थी। डीडीएमए के विशेष सचिव डीसी […]

Advertisement
कुल्लू मनाली में कुदरत का तांडव, बादल फटने से बह गया नेशनल हाई-वे

Neha Singh

  • August 3, 2024 11:59 am Asia/KolkataIST, Updated 3 months ago

Himachal Pradesh Cloudburst: हिमाचल प्रदेश के कुल्लू, मंडी और शिमला क्षेत्रों में बादल फटने के बाद अचानक आई बाढ़ के बाद अब तक छह शव बरामद किए गए हैं, जबकि 53 लोग अभी भी लापता हैं। बादल फटने की घटना 31 जुलाई और 1 अगस्त की रात को हुई थी।

डीडीएमए के विशेष सचिव डीसी राणा के अनुसार, बाढ़ में साठ से अधिक घर बह गए और कई गांव बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। कुल्लू- मनाली की तस्वीरे डराने वाली है,जहां नेशनल हाइवे भी हादसे की चपेट में आकर बह गया।

मरम्मत कार्य जारी

रामपुर में मरम्मत कार्य चल रहा है, जहां बादल फटने और उसके बाद आई बाढ़ ने रामपुर और समेज क्षेत्र को जोड़ने वाली सड़क को क्षतिग्रस्त कर दिया। इस बीच, भारतीय सेना ने बचाव कार्यों को सुविधाजनक बनाने के लिए एक अस्थायी पुल बनाया। हिमाचल प्रदेश राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की स्थिति रिपोर्ट से पता चला है कि मंडी में सबसे अधिक पांच लोगों की मौत हुई, उसके बाद कुल्लू में एक व्यक्ति की मौत हुई। शिमला में अब तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।

 तबाह हुए घर

शिमला में अब तक सबसे अधिक 33 लोग लापता बताए गए हैं, उसके बाद कुल्लू में नौ और मंडी में छह लोग लापता बताए गए हैं। कुल 55 लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है और 25 लोग फंसे हुए हैं। रिपोर्ट के अनुसार 61 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जबकि 42 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं।

ये भी पढ़ेः-कानपुर में बढ़ रहा गंगा का जल स्तर, खतरे के निशान के करीब पहुंचा पानी

 

Advertisement