रांची. झारखंड में दो नाबालिग लड़कियों की मौत के मामले में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम दुमका पहुंची है. इस मौके पर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के प्रमुख प्रियांक कानूनगो ने कहा कि ‘राज्य सरकार इस मामले की जांच में बाधा डालने की कोशिश कर रही है.’ इसके साथ ही कानूनगो ने […]
रांची. झारखंड में दो नाबालिग लड़कियों की मौत के मामले में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम दुमका पहुंची है. इस मौके पर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के प्रमुख प्रियांक कानूनगो ने कहा कि ‘राज्य सरकार इस मामले की जांच में बाधा डालने की कोशिश कर रही है.’ इसके साथ ही कानूनगो ने ये भी कहा कि उन्होंने सरकार को इस यात्रा के बारे में जानकारी दे दी थी, लेकिन फिर भी राज्य सरकार की ओर जांच में मदद के लिए जरूरी इंतजाम नहीं किए गए.
प्रियांक कानूनगो ने कहा कि, ”मैं दो मामलों की जांच के लिए दुमका आया हूँ और मैंने राज्य सरकार को इस यात्रा के बारे में काफी पहले ही बता दिया गया था. हमारी टीम उस लड़की के माता-पिता से मुलाकात करना चाहती थी, जिसकी दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी. इसपर जिलाधिकारी ने सहमति भी दे दी थी…लेकिन गांव आने पर उसके माता पिता का पता नहीं चला.” उन्होंने कहा जब पीड़िता के माता पिता के बारे में पूछा गया तो पड़ोसियों ने एनसीपीसीआर की टीम को बताया कि कोई उन्हें कार में ले गया है, इसपर कानूनगो ने कहा कि, ”सरकार सहयोग नहीं कर रही है बल्कि जांच में बाधा डाल रही है.”
बता दें कि, दुमका में एक शख्स ने आदिवासी लड़की को कथित तौर पर शादी का झांसा देकर उसके साथ यौन शोषण किया, इसके बाद लड़की का शव शुक्रवार को एक पेड़ पर लटकता पाया गया था. लड़की की मां ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी के साथ दुष्कर्म किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई. इससे कुछ दिन पहले 23 अगस्त को 12वीं की छात्रा को एक युवक ने आग के हवाले कर दिया था, इस घटना के 5 दिन बाद लड़की की मौत हो गई. इस मामले में अब तक 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, इन्हों मामलों की जांच के लिए राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम दुमका पहुंची है.