नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार यानी कि 17 सितंबर को अपना जन्मदिन मनाने वाले हैं। प्रधानमंत्री देश ही नहीं विदेशों में भी काफी लोकप्रिय हैं। 2019 में वह देश के दूसरी बार प्रधानमंत्री बने। उनके जन्मदिन दिन के मौके पर आपको उनसे जुड़ी बातें बताते हैं। जानें अनसुनी बातें – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का […]
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार यानी कि 17 सितंबर को अपना जन्मदिन मनाने वाले हैं। प्रधानमंत्री देश ही नहीं विदेशों में भी काफी लोकप्रिय हैं। 2019 में वह देश के दूसरी बार प्रधानमंत्री बने। उनके जन्मदिन दिन के मौके पर आपको उनसे जुड़ी बातें बताते हैं।
– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्म 17 सितंबर 1950 को वड़नगर में हुआ था।
– नरेंद्र मोदी के 5 भाई-बहन है और वो दूसरे नंबर के संतान है।
– प्रधानमंत्री के बचपन का नाम नरिया था।
– उनके पिता का नाम दामोदार दास मूलचंद मोदी है और माता का नाम हीराबेन मोदी है।
– पीएम मोदी के पिता की रेलवे स्टेशन पर चाय की दुकान थी।
– पीएम 1965 में भारत-पाक युद्ध के दौरान स्टेशन पहुंच जाते थे और वहां वो स्टेशन से गुजरने वाले सैनिकों की सेवा करते थे। साथ ही उन्हें चाय पिलाते थे।
– एक्टर बनना चाहते थे पीएम। जी हाँ! बचपन में नरेंद्र मोदी स्कूलों में नाटक में भाग लिया करते थे।
– विवेक आनंद से प्रेरित थे प्रधानमंत्री
– छोटी उम्र में ही नरेंद्र मोदी ने संन्यासी जीवन का अनुभव लिया था। कुछ वर्षों तक वो पहाड़ों और जंगलों में संन्यासी के तौर पर रहे थे।
– मोदीजी उन चार लोगों में से एक हैं, जिन्हें ट्विटर पर जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे फॉलो किया करते थे।
– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अतीत में अपने मन की बात डायरी में लिखते थे, लेकिन कुछ दिन बाद उन पन्नों को जला देते थे।
– आपातकाल के विरोध में नरेंद्र मोदी का प्रबंधकीय, संगठनात्मक और लीडरशिप कौशल सामने आया और इससे जनता काफी प्रभावित भी हुई थी।
– सन 1987 में नरेंद्र मोदी बीजेपी में शामिल हुए। अहमदाबाद नगरपालिका चुनाव में भाजपा की जीत में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
– कुर्ता ज्यादा खराब न हो इसलिए नरेंद्र मोदी अपने कुर्ते की बांह छोटी करवा लिया करते थे। इनका ये स्टाइल मोदी ब्रांड कुर्ता के रूप में लोकप्रिय भी हुआ
था।
– नरेंद्र मोदी शाकाहारी हैं और उन्होंने कभी सिगरेट, शराब को हाथ भी नहीं लगाया है।
– नरेंद्र मोदी खुद को एक कवि और लेखक मानते हैं।
-उन्होंने गुजराती में हिंदुत्व से समबंधित लेख भी लिखें हैं।
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