बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित बालिका गृह में नाबालिग लड़कियों से रेप का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया था. इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए बिहार और केंद्र सरकार से रिपोर्ट मांगी थी.
पटना. मुजफ्फरपुर शेल्टर होम रेप मामले को लेकर बिहार की समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा ने इस्तीफा दे दिया है. इस केस में उनके पति चंद्रशेखर वर्मा सवालों के घेरे में हैं. अंदेशा है कि अब उन्हें भी गिरफ्तार किया जा सकता है. आरोप लग रहे हैं कि मंजू वर्मा के मंत्री रहते आखिर यह घटना कैसे हुई. गुरुवार को ब्रजेश ठाकुर की कॉल डिटेल से हैरतअंगेज खुलासा हुआ था कि चंद्रशेखर और ब्रजेश ठाकुर के बीच जनवरी से लेकर अब तक 17 बार फोन पर बात हुई. पिछले दिनों मंजू ने एक इंटरव्यू में कहा था कि उनके पति पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं. जब उनसे इस्तीफे के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा था कि अगर मैंने इस्तीफा दिया तो इसका मतलब होगा कि मेरे पति दोषी हैं.
सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि किसी को बेवजह जिम्मेदार ठहराकर इस्तीफा कैसे लिया जा सकता है. उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा था कि मंजू वर्मा को बीजेपी का पूरा सपोर्ट है. कॉल डिटेल का खुलासा होने के बाद ही मंजू वर्मा के पद पर बने रहना संभव नहीं लग रहा था. लिहाजा कयास लग रहे थे कि नीतीश कुमार उनसे इस्तीफा ले सकते हैं.
वहीं दूसरी ओर ब्रजेश ठाकुर को आज पॉक्सो कोर्ट में पेश किया गया, जहां एक महिला ने उस पर स्याही फेंकी. मीडिया से बातचीत में ठाकुर ने कहा कि मैं कांग्रेस जॉइन करने वाला था और मुजफ्फरपुर से चुनाव लड़ने की बात लगभग फाइनल थी, जिसके चलते मुझे साजिश के तहत फंसाया गया है. उसने कहा कि शेल्टर होम से छुड़ाई गई बच्चियों में से किसी ने उसका नाम नहीं लिया है.
बता दें कि 24 जुलाई को मुजफ्फरपुर के बालिका गृह में 42 में से 34 नाबालिग बच्चियों से रेप की पुष्टि के बाद बिहार पूरे देश में हड़कंप मच गया था. आरजेडी व अन्य विपक्षी पार्टियों ने लगातार नीतीश कुमार सरकार पर चौतरफा हमले किए थे. सुप्रीम कोर्ट ने भी मामले पर स्वत: संज्ञान लेते हुए बिहार और केंद्र सरकार से रिपोर्ट मांगी थी.