लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा विसर्जन के दौरान ब्राह्मण युवक की हत्या के बाद से हालात बेकाबू हो गए। हजारों की संख्या में बेकाबू भीड़ ने अस्पताल में आग लगा दी। कई शोरूम-दुकानों को फूंक दिया गया। गाड़ियां जलाई गई। पूरे जिले में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई। वहीं सीएम योगी ने […]
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा विसर्जन के दौरान ब्राह्मण युवक की हत्या के बाद से हालात बेकाबू हो गए। हजारों की संख्या में बेकाबू भीड़ ने अस्पताल में आग लगा दी। कई शोरूम-दुकानों को फूंक दिया गया। गाड़ियां जलाई गई। पूरे जिले में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई। वहीं सीएम योगी ने भी हिंसा में मारे गए पीड़ित परिवार से मुलाकात की। इसी बीच रामगोपाल मिश्रा को क्यों मारा गया वो अगल-बगल में रहने वाले लोग सामने ला रहे हैं।
जिस अब्दुल हमीद के घर में राम गोपाल की बेरहमी से हत्या की गई, उसके घर के बगल में रहने वाले जयसवाल परिवार ने बताया कि रविवार शाम को मूर्ति विसर्जन के लिए ले जाने के दौरान मुसलमानों ने पत्थर मारकर उसे खंडित कर दिया। उसके बाद छत पर जाकर सब हंस रहे थे। कुछ लोग छत की तरफ बढ़े तभी अब्दुल हमीद के परिवार वालों ने उसे अपने घर में खींच लिया और उसके ऊपर गोलियों की बरसात कर दी।हिंदू परिवार का कहना है कि वो लोग रामगोपाल के शव के टुकड़े-टुकड़े करने वाले थे ताकि उसे गायब कर दे।
पूरा मामला हरदी थाने के रेहुआ मंसूर गांव का है। रविवार शाम को मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के लिए भीड़ पर महराजगंज बाजार में मुसलमानों ने पथराव कर दिया। इतना ही नहीं उन्होंने ताबड़तोड़ फायरिंग की। इसमें रेहुआ मंसूर गांव के 22 साल के राम गोपाल मिश्रा को गोली लग गई, जिससे उसकी मौत हो गई। एक अन्य शख्स बुरी तरह से घायल है। राम गोपाल की शादी को सिर्फ 4 महीने हुए थे। परिजन आरोप लगा रहे कि मुसलमानों की भीड़ ने खींचकर बाहर निकाला पर फिर गोली मार दी।
कश्मीर की सियासत में राहुल ने मचाया हड़कंप, शपथ ग्रहण के दिन अब्दुल्ला को दिखाया ठेंगा