नई दिल्ली। जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना महमूद असद मदनी ने एक ऐसा बयान दिया है, जिसे सुनकर सब सन्न रह गए। उन्होंने जन्नत में 72 हूरों को लेकर बड़ी बातें कही है। उन्होंने कहा कि इस्लाम में इनाम की बातें हैं, जिसे लोग बढ़ा-चढ़ाकर बताते हैं। उन्होंने महिलाओं को हूरें मिलने को लेकर कहा […]
नई दिल्ली। जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना महमूद असद मदनी ने एक ऐसा बयान दिया है, जिसे सुनकर सब सन्न रह गए। उन्होंने जन्नत में 72 हूरों को लेकर बड़ी बातें कही है। उन्होंने कहा कि इस्लाम में इनाम की बातें हैं, जिसे लोग बढ़ा-चढ़ाकर बताते हैं। उन्होंने महिलाओं को हूरें मिलने को लेकर कहा कि अगर मर्दों को मिलता है तो उन्हें भी मिलेगा।
एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में मौलाना ने कहा कि इस्लाम सजा और इनाम दोनों की बातें करता है। इसे ज्यादा ही बढ़ा-चढ़ाकर बताया जाता है। जब समाज में कोई सिस्टम बनता है तो उसमें सजा और इनाम दोनों की बातें की जाती है। लोग ऐसी चीजें ढूंढते हैं, जिसको प्रोपेगेंडा के तौर पर प्रेजेंट किया जाए। सिर्फ इस्लाम ही नहीं बल्कि अन्य धर्मों में भी सजा और इनाम दोनों रखी गई है।
मौलाना मदनी से जब पूछा गया कि जन्नत में महिलाओं को क्या मिलेगा तो उसके जवाब में उन्होंने कहा कि जो इनाम मर्दों को मिलता है वहीं इनाम औरतों को भी मिलेगा। अगर मर्दों को बुरे कर्मों की सजा मिलती है तो औरतों को क्यों नहीं मिलेगी? महिलाओं को अगर पति वापस वहीं चाहिए या कोई और इसका ऑप्शन मिला तो वो खुद तय करेंगी कि इसको चुने न नहीं चुने।
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