नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान महंत यति नरसिंहानंद द्वारा पैगंबर मोहम्मद और कुरान को लेकर की गई अप्पतिजनक टिप्पणी पर देश भर में हंगामा खड़ा हो गया है। कई जगहों पर नरसिंहानंद के खिलाफ FIR की गई है। इस मुद्दे को लेकर हिन्दू-मुसलमान एक दूसरे के आमने-सामने खड़े […]
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान महंत यति नरसिंहानंद द्वारा पैगंबर मोहम्मद और कुरान को लेकर की गई अप्पतिजनक टिप्पणी पर देश भर में हंगामा खड़ा हो गया है। कई जगहों पर नरसिंहानंद के खिलाफ FIR की गई है। इस मुद्दे को लेकर हिन्दू-मुसलमान एक दूसरे के आमने-सामने खड़े हो गए हैं। डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद इसे पहले भी विवादित बयान देकर चर्चा में रह चुके हैं। बता दें कि महंत बनने से पहले वो एक इंजीनियर थे।
55 वर्षीय महंत यति नरसिंहानन्द के पिता रक्षा मंत्रालय में नौकरी थे। रिटायर होने के बाद वो कांग्रेस से जुड़ गए। बुलंदशहर के रहने वाले दीपक त्यागी उच्च शिक्षा के लिए रूस गए कर वहाँ से मास्टर्स की डिग्री ली। एक इंजीनियर के तौर पर उन्होंने लम्बे समय तक काम किया और फिर समाजवादी पार्टी से जुड़ गए। इस दौरान उनके कई मुस्लिम दोस्त भी बने। दीपक त्यागी को लव जिहाद से जुड़ी हुई एक घटना ने महंत बनकर हिन्दुओं को एकजुट करने पर मजबूर किया।
उन्होंने बताया था कि शम्भू दयाल कॉलेज में उनके ही समाज की एक लड़की पढ़ती थी।उसकी दोस्ती एक मुस्लिम लड़की से थी। उसने उसकी दोस्ती एक मुस्लिम लड़के से करा दी। दोस्ती के दौरान लड़के ने उसके कुछ फोटो और वीडियो लिए और पीड़िता को धमकाया। उसे कॉलेज के मुस्लिम लड़कों के साथ संबंध बनाने को कहा। वो इतना ही नहीं रुका बल्कि त्यागी समाज की उस लड़की को कई नेताओं और प्रिंसिपल के हाथों में भी हवस पूरा करने के लिए सौंप दिया। त्यागी इस घटना से टूट गए और महंत बन गए।
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