मुंबई: महाराष्ट्र में पांचवें चरण में कम वोटिंग से राजनीतिक दलों की टेंशन बढ़ा गई है. वहीं उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) और अन्य मतदाताओं ने आरोप लगाया है कि मतदान केंद्रों पर फैली अव्यवस्था इसकी मुख्य वजह रही. इन आरोपों के बाद महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने आज यानी 21 मई को कहा […]
मुंबई: महाराष्ट्र में पांचवें चरण में कम वोटिंग से राजनीतिक दलों की टेंशन बढ़ा गई है. वहीं उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) और अन्य मतदाताओं ने आरोप लगाया है कि मतदान केंद्रों पर फैली अव्यवस्था इसकी मुख्य वजह रही. इन आरोपों के बाद महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने आज यानी 21 मई को कहा कि हमने जांच के आदेश दिए हैं.
महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने मुख्य सचिव नीतिन करीर को मुंबई और मुंबई महानगर क्षेत्र में मतदान के दिन कुप्रबंधन की जांच करने का निर्देश दिया है. अब मुख्य सचिव नीतिन करीर मतदान के सुचारू संचालन के मद्देनजर बुनियादी ढांचा स्थापित करने के लिए संबंधित विभागों की ओर से आवंटित ठेकों के संबंध में जांच करेंगे. बता दें कि कई मतदाताओं ने शिकायत की है कि 20 मई को भीषण गर्मी में भी मतदान केंद्रों पर पीने के पानी, कुर्सियां, छायादार तंबू और पंखे जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध नहीं थी, जिसके चलते परेशानी उठानी पड़ी.
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने आज यानी 21 मई को बताया कि पांचवें चरण में महाराष्ट्र की 13 लोकसभा सीटों पर औसतन 54.33 प्रतिशत मतदान हुआ है. जबकि 13 में से मुंबई की 6 लोकसभा सीटों पर औसतन 52.27 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है. वहीं साल 2019 के आम चुनाव में 55.38 प्रतिशत था. आपको बता दें कि महाराष्ट्र में लोकसभा की 48 सीटें हैं और यहां पांच चरणों में वोट डाले गए.
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