मुंबई. महाराष्ट्र में सियासी बदलाव के बाद मुंबई के चुनावी मैदान में मशाल बनाम ढाल-तलवार की जंग होने वाली थी, माना जा रहा था कि मुंबई अंधेरी ईस्ट विधानसभा सीट पर 3 नवंबर को होने वाले उपचुनाव में उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे धड़े के बीच पहली अग्निपरीक्षा होगी. उद्धव के साथ कांग्रेस-एनसीपी पूरी मजबूती के साथ खड़ी है तो शिंदे के साथ भाजपा, इस सीट पर भाजपा ने अपना प्रत्याशी नहीं उतारा था बल्कि शिंदे गुट का समर्थन करने का ऐलान किया था. इसके बाद शिंदे गुट ने मूरजी पटेल को मैदान में उतारा भी था, जिसके बड़ा यहाँ मराठी बनाम गुजराती की टक्कर देखने को मिल रही थी, लेकिन फिर मूरजी पटेल ने अपना नामांकन वापस ले लिया.
अंधेरी ईस्ट विधानसभा से साल 2009 में कांग्रेस के सुरेश शेट्टी हिरियन्न यहाँ से जीते थे, उन्होंने यहां शिवसेना के रमेश कोंडीराम को तकरीबन 6000 वोटों से करारी शिकस्त दी थी, इसे बाद साल 2014 के विधानसभा चुनाव में शिवसेना के रमेश लटके ने यहाँ से जीत हासिल की थी और भाजपा के सुनील ललनप्रसाद यादव को हराया था, फिर साल 2019 के विधानसभा चुनाव में यहाँ से रमेश लटके ने यहाँ से जीत हासिल की थी.
साल 2014 में शिवसेना के रमेश लटके ने जीत हासिल की थी उस समय उन्हें 52 हजार 817 वोट मिले थे जबकि दूसरे स्थान पर रहे भाजपा के सुनील ललनप्रसाद यादव को 47 हजार 338 वोट ही मिल पाए थे, दोनों में वोटों का ज्यादा फासला नहीं था, दोनों में जीत का अंतर 5 हजार 479 वोटों का था. साल 2009 में ये सीट कांग्रेस के खेमे में थी उस समय सुरेश शेट्टी हिरियन्न चुनाव जीते थे. उन्होंने यहां शिवसेना के रमेश लटके को करीब 6000 वोटों से हराया था, उस वक्त हार का अंतर सिर्फ 5 हजार 153 वोटों का था.
इस बार शिंदे गुट और उद्धव गुट के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही थी, लेकिन फिर शिंदे गुट के प्रत्याशी ने अपना नामांकन वापस ले लिया, इसके अलावा यहाँ कई छोटे दल भी चुनाव में अपना दमखम दिखा रहे हैं. वैसे तो यहाँ से उद्धव गुट की प्रत्याशी ऋतुजा लटके की जीत तय मानी जा रही है लेकिन
चुनाव से पहले कुछ भी साफ़ तौर पर नहीं कहा जा सकता है. गौरतलब है कि अंधेरी वेस्ट मुंबई के काफी वीआईपी इलाको में शामिल हैं, यहां कई दिग्गज नेताओं और अभिनेताओं के घर हैं इस इलाके में ही सैफ अली खान का घर भी है.
मुंबई की अंधेरी ईस्ट विधानसभा पर होने वाले उपचुनाव में शिवसेना में फूट के बाद पहली बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे गुट चुनावी मैदान में आमने सामने होने वाली थी, पहले ये सीट शिवेसना के खाते में थी लेकिन उपचुनाव में शिवसेना के ही दो गुट इस सीट पर अब आमने-सामने आ गए थे, लेकिन फिर शिंदे गुट के प्रत्याशी मर्जी पटेल ने अपना नामांकन वापस ले लिया. इस सीट पर 3 नवंबर को मतदान होगा और 6 नवंबर को नतीजे आएंगे.
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