मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव को योगी सरकार में मिली बड़ी जिम्मेदारी, लंबे इंतजार के बाद मिला उपाध्यक्ष का पद

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में बड़ा बदलाव हुआ है। योगी सरकार ने मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव बिष्ट को महिला आयोग का उपाध्यक्ष नियुक्त किया है। प्रमुख सचिव लीना जौहरी द्वारा हस्ताक्षरित आदेश में कहा गया है कि उप्र राज्य महिला आयोग अधिनियम, 2004 (यथा संशोधित) की धारा-3 की उपधारा-2 के […]

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मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव को योगी सरकार में मिली बड़ी जिम्मेदारी, लंबे इंतजार के बाद मिला उपाध्यक्ष का पद

Neha Singh

  • September 4, 2024 8:13 am Asia/KolkataIST, Updated 2 months ago

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में बड़ा बदलाव हुआ है। योगी सरकार ने मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव बिष्ट को महिला आयोग का उपाध्यक्ष नियुक्त किया है। प्रमुख सचिव लीना जौहरी द्वारा हस्ताक्षरित आदेश में कहा गया है कि उप्र राज्य महिला आयोग अधिनियम, 2004 (यथा संशोधित) की धारा-3 की उपधारा-2 के खंड (क) के अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए राज्यपाल बबीता चौहान को एक वर्ष की अवधि के लिए अथवा राज्य सरकार की इच्छा पर्यन्त उप्र राज्य महिला आयोग का अध्यक्ष तथा अपर्णा यादव और चारू चौधरी को एक वर्ष की अवधि के लिए अथवा राज्य सरकार की इच्छा पर्यन्त उप्र राज्य महिला आयोग का उपाध्यक्ष नामित करते हैं।

चुनाव पर अपर्णा का क्या है कहना?

वर्ष 2022 में विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने वाली अपर्णा के लिए कई मौकों पर कहा  गया कि उन्हें लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव, डिंपल यादव अथवा यादव परिवार के किसी सदस्य के खिलाफ मैदान में उतारा जा सकता है। हालांकि चुनाव लड़ने के सवाल पर अपर्णा अक्सर कहती थीं कि पार्टी उन्हें जो भी मौका देगी, उस पर काम करेंगी। लोकसभा चुनाव के दौरान अपर्णा ने कुछ इलाकों में भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार भी किया था।

जिम्मेदारी के मायने

भाजपा सरकार ने यह फैसला ऐसे समय में लिया है, जब समाजवादी पार्टी से कथित तौर पर जुड़े नेता नवाब सिंह पर लगे दुष्कर्म के आरोप का मामला काफी गरमाया हुआ है। इसके अलावा अयोध्या के भदरसा कस्बे में नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में भी आरोपियों के तार कथित तौर पर सपा सांसद अवधेश प्रसाद से जुड़ रहे हैं। सपा पर हमलावर योगी आदित्यनाथ भी लगातार उसे महिला विरोधी और महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वालों को संरक्षण देने वाली पार्टी बता रहे हैं। वहीं, लोकसभा चुनाव में भाजपा की हार के बाद सपा भी प्रदेश में काफी मजबूत हो गई है। ऐसे में महिला आयोग की टीम में अपर्णा यादव को शामिल किया जाना भाजपा की सपा के खिलाफ रणनीति का हिस्सा भी माना जा सकता है।

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