नई दिल्ली। महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक (MSCB) घोटाले में महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और उनके परिवार का नाम आ रहा था। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक के खिलाफ चार्जशीट दायर की है जिसमे अजीत पवार और उनकी पत्नी का नाम शामिल नहीं है। हालांकी कुछ कंपनियों का नाम इसमें जरूर आ रहा है।
महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक (MSCB) घोटाले के संबंध में एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग अधिनियम कानून के तहत 65 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की एक चीनी मिल का खुलासा किया गया और उसे जब्त कर लिया गया था। ईडी का मानना था कि कंपनी का महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और उनके परिवार से संबंध है। सूत्रों के अनुसार दायर चार्जशीट से अब अजीत पवार और उनकी पत्नी का नाम हट गया है जिससे उन्हें काफी राहत मिली है।
एमएससीबी घोटाले की जांच के दौरान पता चला था कि इस घोटाले की वजह से इसका असर महाराष्ट्र के क़रीब 3 लाख किसानों पर हो सकता है। वहीं, जिस तरह ED से एमएससीबी घोटाले की जांच कर रही थी तब शुरुआत में दिखाई दे रहा था कि महाराष्ट्र के पूर्व उप मुख्यमंत्री अजीत पवार की मुसीबतें बढ़ सकती हैं। ऐसा अनुमान था कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) पवार परिवार के लोगों को भी पूछताछ के लिए बुला सकती है, लेकिन अजीत पवार को कभी भी पूछताछ के लिए नहीं बुलाया गया।
NCP के नेता अजित पवार ने EVM को लेकर एक बयान दिया है जिसमे उन्होंने कहा कि 2024 में होने वाले चुनावों में EVM पर पूरी तरह से भरोसा नहीं किया जा सकता है।
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