दिग्विजय सिंह का एक बयान इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने मोहन भागवत के एक बयान की तारीफ की है. वहीं दिग्विजय सिंह ने रविवार को राजगढ़ में कहा कि मोहन भागवत ने सही कहा है कि आज देश में नेता मस्जिद खोदकर मंदिर ढूंढ रहे हैं, लेकिन इससे कोई नेता नहीं बन जाता.
भोपाल: दिग्विजय सिंह का एक बयान इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने मोहन भागवत के एक बयान की तारीफ की है. वहीं दिग्विजय सिंह ने रविवार को राजगढ़ में कहा कि मोहन भागवत ने सही कहा है कि आज देश में नेता मस्जिद खोदकर मंदिर ढूंढ रहे हैं, लेकिन इससे कोई नेता नहीं बन जाता. आपको बता दें कि दिग्विजय सिंह रविवार को राजगढ़ के एक दिवसीय दौरे पर थे.
यहां उन्होंने कांग्रेस कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयानों का हवाला देते हुए पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधाते हुए कहा कि अब पीएम मोदी भी यह बोल रहे हैं हमें विश्व गुरु बनना है. यदि भारत वास्तव में विश्व गुरु और विश्व मित्र बनना चाहता है तो सभी धर्मों का सम्मान करना और हर धर्म के लोगों के साथ समान व्यवहार करना सीखे। सभी धर्मों को एक साथ लेकर चलें।
उन्होंने कहा, “पीएम मोदी, आपने गोधरा कांड में मुसलमानों के साथ कैसे अन्याय किया, अटल बिहारी वाजपेयी ने आपसे कहा था कि राजधर्म का पालन करें। क्या यह राजधर्म है कि आप मुसलमानों के घर तोड़ दें? आप निर्दोष लोगों को जेल में डाल देते हैं। उन्हें बंद कर देते हैं और उन्हें जमानत देने से इनकार कर देते हैं?” यह राजधर्म नहीं है।”
दिग्विजय सिंह ने आगे कहा, ”भारत के संविधान में राजधर्म कहा गया है, समान व्यवहार, समान अधिकार, यही बात बाबा साहब अंबेडकर ने कही है और यही बात बीजेपी को चुभती है. आपको बता दें कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि कुछ लोग मंदिर-मस्जिद से जुड़े मुद्दे इसलिए उठाते हैं ताकि वे खुद को हिंदुओं के नेता के रूप में स्थापित कर सकें, खासकर राम मंदिर के संदर्भ में ऐसी बातें ज्यादा देखने को मिल रही हैं. हैं।
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