भोपाल: दूसरे चरण के चुनाव में कम मतदान ने भाजपा और कांग्रेस की चिंता बढा दी है. प्रदेश की छह संसदीय सीटों पर शुक्रवार यानी 26 अप्रैल को तकरीबन 59 % मतदान हुआ है, जो साल 2019 के लोकसभा चुनाव के मुकाबले 8% कम है. वहीं होशंगाबाद में सबसे ज्यादा 68.36% वोटिंग हुई, जबकि रीवा […]
भोपाल: दूसरे चरण के चुनाव में कम मतदान ने भाजपा और कांग्रेस की चिंता बढा दी है. प्रदेश की छह संसदीय सीटों पर शुक्रवार यानी 26 अप्रैल को तकरीबन 59 % मतदान हुआ है, जो साल 2019 के लोकसभा चुनाव के मुकाबले 8% कम है. वहीं होशंगाबाद में सबसे ज्यादा 68.36% वोटिंग हुई, जबकि रीवा में 48.67% वोट पड़े.
राजधानी भोपाल के राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि कम मतदान को लेकर सीएम मोहन यादव भी चिंतित हैं. उन्होंने शुक्रवार यानी 26 अप्रैल को दूसरे चरण की वोटिंग खत्म होने के तुरंत बाद समीक्षा की.
बताया जा रहा है कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी कम वोटिंग को लेकर नाराजगी जताई है. मंत्री और विधायकों को चेतावनी देने की बात तक कही जा रही है. मीडिया रिपोर्टस के अनुसार अमित शाह ने सीएम मोहन यादव से साफ कहा है कि जिन मंत्रियों के इलाकों में पार्टी का प्रदर्शन बेहतर नहीं होगा, उन्हें अपना पद खोना पड़ेगा.
शुक्रवार यानी 26 अप्रैल को प्रदेश की छह संसदीय सीटों दमोह, सतना, खजुराहो, रीवा, होशंगाबाद और टीकमगढ़ में लगभग 59% वोट डाले गए. 12828 मतदान केंद्रों पर एक करोड़ 11 लाख 62 हजार से अधिक मतदाताओं को मताधिकार प्राप्त था. निर्वाचन आयोग की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक इन सीटों पर साल 2019 में 67 % वोट पड़े थे. इस हिसाब से साल 2024 के लोकसभा चुनाव में 8% वोटिंग घट गई.
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