नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में आज विधानसभा चिनाव के परिणाम आ रहे हैं। दोपहर तक स्थिति साफ हो जाएगी की मध्य प्रदेश की जनता ने किसको चुना है। इससे पहले मतगणना को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। आइए आपको बताते हैं मध्य प्रदेश की वीआईपा सीटें, जहां से दिग्गजों की किस्मत दांव पर लगी है।
छिंदवाड़ा विधानसभा सबसे चर्चित सीटों में से एक है। इस सीट पर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ का सीधा मुकाबला भाजपा के विवेक बंटी साहू से है। बता दें कि 2019 के उपचुनाव में कमलनाथ ने यह विधानसभा सीट जीती थी। लेकिन इस बार अलग-अलग कई फैक्टर के कारण साहू कमल नाथ को कड़ी टक्कर देते दिख रहे हैं।
इंदौर-1 विधानसभा क्षेत्र इसलिए खास है, क्योंकि यहां कांग्रेस के संजय शुक्ला के सामने भाजपा के कैलाश विजयवर्गीय मैदान में हैं। बता दें कि संजय शुक्ला ने 2018 का चुनाव जीता था लेकिन इससे पहले इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी का दबदबा था। इसलिए इस सीट पर रोमांचक मुकाबला होगा।
मध्य प्रदेश की बुधनी सीट से भाजपा ने मौजूदा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को चुनावी मैदान में उतारा है। उनके खिलाफ कांग्रेस से विक्रम मस्तल हैं। बता दें कि 2008 में शिवराज सिंह चौहान ने यहां से चुनाव में जीत दर्ज की थी। इस बार भी शिवराज की जीत लगभग तय मानी जा रही है।
इस बार नरसिंगपुर सीट भी काफी चर्चा में है। ओबीसी वोट बैंक को टारगेट करने के लिए भाजपा ने इस बार यहां से केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल को मैदान में उतारा है। बता दें कि इससे पहले उनके भाई जालम सिंह पटेल इस सीट से विधायक थे। नरसिंगपुर में प्रह्लाद सिंह पटेल के खिलाफ कांग्रेस ने लाखन सिंह पटेल को खड़ा किया है।
लहार सीट से 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। कांग्रेस ने 2018 के विजेता गोविंद सिंह को फिर से चुनावी मैदान में उतारा है। उनके खिलाफ भाजपा से अंबरीश शर्मा हैं। यहां दोनो के बीच खड़ा मुकाबला है।
शिवराज सिंह चौहान सरकार में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा दतिया विधानसभा सीट से 2018 में चुनाव जीते थे। भाजपा से एक बार फिर वह यहां से चुनावी मैदान में हैं। बता दें कि इनके खिलाफ कांग्रेस पार्टी के अवधेश नायक ताल ठोक रहे हैं।