नई दिल्ली। यूपी की तर्ज पर मध्य प्रदेश में भी दो डिप्टी सीएम हो सकते हैं, एक मीडिया रिपोर्ट में इस बात की जानकारी मिली है। खबरों के मुताबिक, इसमें एक आदिवासी और एक ओबीसी चेहरा हो सकता है। राज्य में एक लीडरशिप तैयार करने की भाजपा की रणनीति है। बीजेपी जातीय समीकरण साधने की […]
नई दिल्ली। यूपी की तर्ज पर मध्य प्रदेश में भी दो डिप्टी सीएम हो सकते हैं, एक मीडिया रिपोर्ट में इस बात की जानकारी मिली है। खबरों के मुताबिक, इसमें एक आदिवासी और एक ओबीसी चेहरा हो सकता है। राज्य में एक लीडरशिप तैयार करने की भाजपा की रणनीति है। बीजेपी जातीय समीकरण साधने की कोशिश में है। खबरों के अनुसार, एक ब्राह्मण चेहरे को मुख्यमंत्री बनाने की तैयारी है लेकिन अभी फाइनल नहीं हुआ है।
मध्य प्रदेश में भाजपा ने 163 सीटें जीतकर बंपर जीत हासिल की है। वहीं कांग्रेस केवल 63 सीटों पर ही सिमट गई। अब जल्द ही राज्य में नई सरकार का गठन होगा। इससे पहले राज्य में मुख्यमंत्री पद को लेकर कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं। इसके अलावा खबर यह भी आ रही है कि मध्य प्रदेश में भाजपा उत्तर प्रदेश की तर्ज पर दो डिप्टी सीएम बना सकती है। ऐसा माना जा रहा है कि भाजपा जातिगत समीकरण साधने के लिए ब्राह्मण चेहरे को सीएम जबकि एक ओबीसी और एक आदिवासी चेहरे को उप मुख्यमंत्री बना सकती है।
दरअसल, चुनावी परिणाम के बाद मध्य प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन की चर्चाएं चल रही हैं। तीन हिंदी भाषी राज्यों में मुख्यमंत्री पद के लिए कई संभावित दावेदारों ने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा है। लेकिन भाजपा ने अतीत में उन नेताओं पर भी अपना भरोसा जताया है जो राज्य विधानसभाओं के सदस्य नहीं थे, जैसे कि 2017 में योगी आदित्यनाथ को जब यूपी का सीएम बनाया गया तब वे विधायक नहीं थे। पार्टी ने बाद में उनको मुख्यमंत्री पद के लिए चुना था। बता दें कि दिमनी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने वाले केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और ज्योतिरादित्य सिंधिया को लंबे वक्त से मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के दावेदार के रूप में देखा जा रहा है।