भोपाल। मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में सपा और कांग्रेस के बीच सीटों के बंटवारे पर जल्द फैसला लिया जा सकता है। कांग्रेस की ओर से मध्य प्रदेश के प्रभारी महासचिव रणदीप सुरजेवाला और सपा की ओर से प्रमुख महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव को यह जिम्मेदारी दी गई है। समाजवादी पार्टी ने 12 सीटें मांगी […]
भोपाल। मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में सपा और कांग्रेस के बीच सीटों के बंटवारे पर जल्द फैसला लिया जा सकता है। कांग्रेस की ओर से मध्य प्रदेश के प्रभारी महासचिव रणदीप सुरजेवाला और सपा की ओर से प्रमुख महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव को यह जिम्मेदारी दी गई है। समाजवादी पार्टी ने 12 सीटें मांगी हैं और ऐसा माना जा रहा है कि दोनों के बीच 10-12 सीटों पर बात बन सकती है।
समाजवादी पार्टी देश के अन्य राज्यों में भी पार्टी की उपस्थिति दर्ज कराने की रणनीति पर काम कर रही है जिससे आधिकारिक रूप से राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल सके। इसी कड़ी में एमपी में सपा ने पूरी तैयारी के साथ विधानसभा चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। बता दें कि इससे पहले वर्ष 2003 के चुनाव में सपा वहां सात सीटें जीत चुकी है। पिछले विधानसभा चुनाव में भी सपा ने एक सीट जीती थी वहीं 5 सीटों पर भाजपा के साथ मुख्य लड़ाई में रही थी।
खबरों के अनुसार मध्य प्रदेश के चुनाव को लेकर सपा और कांग्रेस के बीच इंडिया गठबंधन के मंच पर अनौपचारिक बातचीत शुरू हुई थी। बाद में दोनों पार्टियों के आलाकमान की ओर से प्रो. रामगोपाल और सुरजेवाला को यह सिलसिला आगे बढ़ाने के लिए कहा गया। दोनों के बीच इस संबंध में लंबी चर्चा हो चुकी है। सपा ने कांग्रेस से रीवा, टीकमगढ़ और सतना समेत पांच जिलों में 12 सीटें मांगी हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो दोनों पार्टियों के बीच मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में गठबंधन पर सहमति बन चुकी है। मामला केवल सीटों के बटवारे को लेकर अटका हुआ है।