भोपाल: प्रदेश के युवाओं के लिए अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लर्न एण्ड अर्न’ यानी सीखो-कमाओ योजना की शुरुआत की है. इस योजना का उद्देश्य युवाओं को रोज़गार के लिए कौशल सिखाना होगा. इसके तहत उद्योगों के साथ सर्विस सेक्टर में भी युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा जिसके साथ स्टाईपेंड भी दिया जाएगा. […]
भोपाल: प्रदेश के युवाओं के लिए अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लर्न एण्ड अर्न’ यानी सीखो-कमाओ योजना की शुरुआत की है. इस योजना का उद्देश्य युवाओं को रोज़गार के लिए कौशल सिखाना होगा. इसके तहत उद्योगों के साथ सर्विस सेक्टर में भी युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा जिसके साथ स्टाईपेंड भी दिया जाएगा.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हमारा संकल्प युवाओं को बेरोज़गार नहीं रहने देने का है. इसी उद्देश्य से युवाओं को रोज़गार के लिए कौशल सीखने का काम किया जाएगा जिसके लिए नई योजना लागू की जा रही है. इतना ही नहीं युवाओं को कौशल सीखने के साथ-साथ भुगतान भी किया जाएगा. कंपनियों और सर्विस सेक्टर को कौशल प्रशिक्षण के लिए जोड़ा जाएगा. इस नई योजना का उद्देश्य युवाओं में क्षमता संवर्धन कर उन्हें पंख देने का है जिससे वह खुले आसमान में ऊंचाई तक उड़ान भर सकें. युवकों और युवतियों को इस योजना की मदद से रोज़गार, प्रगति और विकास के नित अवसर उपलब्ध करवाने की बात कही गई है.
योजना के तहत पहले 703 चिन्हित क्षेत्रों में एक लाख युवाओं को प्रशिक्षण देने और दक्ष करने का प्रारंभिक लक्ष्य निर्धारित किया गया है. धीरे-धीरे इस संख्या को बढ़ाया जा सकेगा. इसमें 18 से 29 साल के स्थानीय निवासी भाग ले सकेंगे. इस योजना की ख़ास बात ये है कि इसमें प्रशिक्षण लेने वाले युवाओं को सीखते समय यानी ट्रेनिंग के समय स्टाईपेंड भी दिया जाएगा. इसके लिए भी पैमाने निर्धारित किए गए हैं जिसके अनुसार 5वीं से 12वीं उत्तीर्ण युवा को 8 हजार रूपये, आईटीआई उत्तीर्ण को 8 हजार 500 रूपये, डिप्लोमाधारी को 9 हजार रूपये और स्नातक या उच्च शैक्षणिक योग्यता वाले युवाओं को 10 हजार रूपये हर महीने दिए जाएंगे.
मध्य प्रदेश सरकार की ओर से जो प्रेस बयान जारी किया गया है उसके अनुसार 7 जून से योजना में ट्रेनिंग देने वाली संस्थाओं का पंजीयन और 15 जून से युवाओं का पंजीयन शुरू होगा. प्लेसमेंट 15 जुलाई से होगी और 31 जुलाई को राज्य शासन और ट्रेनिंग देने वाली संस्थाओं के मध्य अनुबंध होगा. अगस्त से प्रशिक्षण की शुरुआत होगी.
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