MP Board results 2019: मध्य प्रदेश बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (MPBSE) 10वीं और 12वीं रिजल्ट ऑफिशियल वेबसाइट पर आज जल्द जारी किया जा सकता है. मध्य प्रदेश बोर्ड 10वीं और 12वीं रिजल्ट जारी होने के बाद स्टूडेंट्स बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट www.mpbse.nic.in, www.mpbse.mponline.gov.in पर जाकर चेक कर सकेंगे.
भोपाल. MP Board results 2019: मध्य प्रदेश बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (MPBSE) 10वीं और 12वीं रिजल्ट आज यानी कि 14 मई को ऑफिशियल वेबसाइट पर जारी किया जा सकता है. मध्य प्रदेश बोर्ड 10वीं और 12वीं रिजल्ट जारी होने के बाद स्टूडेंट्स बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर चेक कर सकेंगे. मध्य प्रदेश बोर्ड की ऑफिशियल www.mpbse.nic.in, www.mpbse.mponline.gov.in वेबसाइट पर रिजल्ट डाउनलोड करने संबंधित पूरी गाइडलाइन दिया गया है.
मध्य प्रदेश बोर्ड 10वीं और 12वीं रिजल्ट पिछले वर्ष 14 मई को जारी किया गया था. पिछले साल 10वीं की परीक्षा में कुल 66 प्रतिशत स्टूडेंट्स जबकि 12वीं में कुल 68 प्रतिशत स्टूडेंट्स पास हुए थे. मध्य प्रदेश 10वीं और 12वीं परीक्षा में लड़कियो ने लड़कों से बेहतर अंक हासिल किया था. मध्य प्रदेश बोर्ड 10वीं और 12वीं की परीक्षा में सबसे बेहतर प्रदर्शन भोपाल और इंदौर का था.
मध्य प्रदेश बोर्ड 10वीं और 12वीं रिजल्ट कैसे करें चेक : MPBSE MP Board 10th and 12th Result 2019 Date How to Check
मध्य प्रदेश बोर्ड 12वीं परीक्षा का आयोजन इस वर्ष 3 मार्च से 2 अप्रैल के बीच आयोजित किया गया था. जबकि 10वीं परीक्षा 1 मार्च से 27 मार्च के बीच आयोजित की गई थी. मध्य प्रदेश बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन की तरफ से 10वीं और 12वीं परीक्षा दो शिफ्टों में आयोजित की गई थी. पहली शिफ्ट की परीक्षा 9 से 12 जबकि दूसरी शिफ्ट 1 से 4 बजे तक आयोजित हुई थी.
मध्य प्रदेश बोर्ड 10वीं और 12वीं की परीक्षा में किसी प्रकार की नकल न हो इसके लिए प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा का इंतजाम किया था. लगभग सभी सेंटरों पर सीसीटीवी के अलावा पुलिस बलों की तैनाती की गई थी. इसके अलावा बोर्ड ने सबसे ज्यादा शतर्कता संवेदनशील और अतिसंवेदनशील सेंटरों पर बरती थी.
मध्य प्रदेश बोर्ड 10वीं और 12वीं की परीक्षा में किसी प्रकार की नकल न हो इसके लिए बोर्ड ने कानून बनाया था. मध्य प्रदेश बोर्ड द्वारा बनाएं गए कानून की मानें तो बोर्ड परीक्षा 10वीं और 12वीं में नकल करते पाएं जानें पर 5000 जूर्माने के साथ ही 3 साल सजा का प्रावधान था.