लखनऊ : यह सच है कि माँ-बाप को बच्चो के लिए वरदान माना जाता है। वही ऐसी चौंकाने वाली घटना सामने आई है,जहां मियां-बीवी ने मेरठ के दूसरे विवाहित जोड़े को ढाई लाख रुपये में अपना बच्चा बेचा था। बाद में रविवार शाम को पुलिस ने बच्चे समेत दोनों दंपती को थाने ले आई। जहां […]
लखनऊ : यह सच है कि माँ-बाप को बच्चो के लिए वरदान माना जाता है। वही ऐसी चौंकाने वाली घटना सामने आई है,जहां मियां-बीवी ने मेरठ के दूसरे विवाहित जोड़े को ढाई लाख रुपये में अपना बच्चा बेचा था। बाद में रविवार शाम को पुलिस ने बच्चे समेत दोनों दंपती को थाने ले आई। जहां चौकाने वाली बात तो यह है कि बच्चा बेचने वाली महिला ने बच्चे को वापस लेने से साफ़ मना कर दिया।
दरअसल यह मामला उत्तर प्रदेश के बदायूं का है। जहां अपने मासूम बच्चे को बेचने वाली महिला ने उसे वापस लेने से मना कर दिया है। बेरहम महिला का तो यह कहना है कि बच्चा दे दिया था, परन्तु रुपये दलाल ने खा लिए है। साथ ही कहा कि उसे अब बच्चा नहीं, पैसा चाहिए। खबरों के मुताबिक थाना फैजगंज बेहटा के एक गांव निवासी दंपती ने अपने बच्चे को देकर एक लाख की रकम ली थी, जहां बाकी रकम दलाल ने सफाया कर दिया है। वही पहले महिला ने बेटे के अपहरण की तहरीर दी थी। हालांकि पुलिस ने कार्यवाही की तो मामला बच्चे के सौदे का निकला। अब पुलिस ने अपराधियों को पकड़ लिया है।
इस मामले की कार्यवाही के बाद पुलिस को कई सुराग हाथ लगे है। एसओ सिद्धांत शर्मा के अनुसार शनिवार को उन्हें बताया गया था कि 26 जनवरी को महिला की आसफपुर स्वास्थ्य केंद्र में डिलीवरी हुई थी। उसके दूसरे दिन बच्चा बेच दिया गया था परन्तु जब इसकी कार्यवाही की गई तो पता चला कि 19 जनवरी को महिला ने बच्चे को जन्म दिया था। दरअसल इस बच्चे को 26 जनवरी के दिन बेच दिया था। साथ ही साथ यह भी सामने आया कि रुपये मिलने के बाद दोनों ने एक नई साइकिल, मोबाइल और साड़ियां खरीदीं थी। वही घर के लिए अनाज, दाल, तेल भी खरीदा था। सबसे हैरान कर देने वाली बात तो यह थी कि बच्चे के मिलने के बाद उससे लेने से दोनों ने इंकार कर दिया। वही महिला ने बताया कि उसके पांच बच्चे पहले से हैं, यह देख वह उसका पालन-पोषण नहीं कर पाएगी।