लखनऊ : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं शनिवार को समाप्त हो गई. सरकार ने परीक्षा में नकल को रोकने के लिए काफी सख्ती की थी जिसकी वजह से 4 लाख से अधिक परीक्षार्थी ने परीक्षा छोड़ दी. हाईस्कूल में 2 लाख से अधिक और इंटर में भी 2 लाख […]
लखनऊ : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं शनिवार को समाप्त हो गई. सरकार ने परीक्षा में नकल को रोकने के लिए काफी सख्ती की थी जिसकी वजह से 4 लाख से अधिक परीक्षार्थी ने परीक्षा छोड़ दी. हाईस्कूल में 2 लाख से अधिक और इंटर में भी 2 लाख से अधिक परीक्षार्थी ने परीक्षा छोड़ दी. कुल मिलाकर 4,31,571 परीक्षार्थी ने परीक्षा छोड़ दी.
यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने बताया कि यूपी बोर्ड की परीक्षा के दौरान कुल 133 से अधिक मुन्ना भाई पकड़े गए. वहीं परीक्षा के दौरान नकल करते हुए 81 परीक्षार्थी पकड़े गए. सभी परीक्षार्थी के खिलाफ बोर्ड ने FIR दर्ज कराई है. जिस परीक्षा केंद्र पर नकल हो रही थी उस केंद्र को डिबार करने की कार्रवाई की जा रही है. यूपी बोर्ड के सचिव के कहाना है कि 30 साल बाद ऐसा हुआ है कि परीक्षा का पेपर आउट नहीं हुआ है. इस बार परीक्षा नकलविहीन संपन्न हुई जिसके चलते कहीं पर भी परीक्षा दोबारा कराने की नौबत नहीं आई.
बोर्ड परीक्षा में नकल माफियाओं के मंसूबे पर पानी फिर गया. सरकार ने इस बार परीक्षा में बहुत ही सख्ती की थी जिसकी वजह से नकल माफिया सफल नहीं हो पाए. इस बार की बोर्ड परीक्षा 16 मार्च से 4 फरवरी के बीच संपन्न हुई. बोर्ड परीक्षा के लिए पूरे प्रदेश यानी उत्तर प्रदेश में 8753 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे. परीक्षा खत्म होने के बाद होली के बाद कॉपियों का मूल्यांकन किया जाएगा. कॉपियों के मूल्यांकन की प्रकिया 18 मार्च से शुरू होगी. कॉपियों के मूल्यांकन के लिए अध्यापकों की ट्रेनिंग कराई जाएगी. कॉपियों का मूल्यांकन सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में होगी.
यूपी बोर्ड के सचिव ने कहा कि अभी रिजल्ट के बारे में कुछ नहीं कह सकता हूं. हम कोशिश करेगे की जल्द से जल्द परीक्षा का रिजल्ट घोषित किया जाए.