लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में जल जीवन मिशन की प्रगति की समीक्षा की तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। सरकार ने बताया कि ‘हर घर नल-हर घर जल’ के संकल्प के साथ प्रदेश के 2.65 करोड़ ग्रामीण परिवारों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने का महाभियान चल रहा है। […]
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में जल जीवन मिशन की प्रगति की समीक्षा की तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। सरकार ने बताया कि ‘हर घर नल-हर घर जल’ के संकल्प के साथ प्रदेश के 2.65 करोड़ ग्रामीण परिवारों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने का महाभियान चल रहा है। बैठक के दौरान सीएम योगी ने कहा कि जल जीवन मिशन के प्रारंभ से पूर्व मात्र 5.16 लाख परिवारों को ही नल से शुद्ध पेयजल की उपलब्धता थी। लगातार प्रयासों से आज 02 करोड़ 12 लाख से अधिक परिवारों के लिए शुद्ध पेयजल का सपना साकार हुआ है।
सएम ने आगे कहा कि हर घर नल से जल पहुंचाने की ये योजना ईज ऑफ लिविंग के संकल्प को पूरा करने का सबसे बड़ा उदाहरण है। ये बड़े बदलाव का परिचायक है। उन्होंने कहा कि ये मोदी की गारंटी है और मोदी की गारंटी यानी पूरा होने की गारंटी। बुंदेलखंड तथा विंध्य क्षेत्र में शुद्ध पेयजल एक सपना था। आज ये सपना साकार हो रहा है। यह दोनों ही क्षेत्र शीर्ष प्राथमिकता में है। अतिशीघ्र विंध्य-बुंदेलखंड के हर घर में नल से जल की सुविधा होगी।
इस दौरान सीएम ने कहा कि शुद्ध पेयजल केवल प्यास ही नहीं बुझाता, बल्कि अनेक बीमारियों से सुरक्षित भी रखता है। उन्होंने कहा कि हमें जल के महत्व को समझना होगा। गांव-गांव में लोगों को समझाना होगा। जल संचय के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जाए। जल समितियों को सक्रिय रखें। पंचायत प्रतिनिधियों का सहयोग लें। उन्होंने आगे कहा कि जल जीवन मिशन से 100% संतृप्त गांवों का-हर एक घर का पारदर्शिता के साथ सत्यापन होना चाहिए। यदि एक भी उपभोक्ता असंतुष्ट है तो उनकी अपेक्षाओं को पूरा किया जाना चाहिए। हमें स्थलीय निरीक्षण की व्यवस्था को और अधिक मजबूत करना होगा।
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