नई दिल्ली। मिजोरम में आज (7 नवंबर) 40 विधानसभा सीटों के लिए मतदान हो रहा है। इन 40 सीटों के लिए कुल 174 प्रत्याशी मैदान में हैं। यहां मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ), जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) और कांग्रेस पार्टी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। मुख्यमंत्री जोरमथांगा की एमएनएफ वैसे तो भाजपा के नेतृत्व वाले नॉर्थ […]
नई दिल्ली। मिजोरम में आज (7 नवंबर) 40 विधानसभा सीटों के लिए मतदान हो रहा है। इन 40 सीटों के लिए कुल 174 प्रत्याशी मैदान में हैं। यहां मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ), जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) और कांग्रेस पार्टी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। मुख्यमंत्री जोरमथांगा की एमएनएफ वैसे तो भाजपा के नेतृत्व वाले नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस (एनईडीए) का हिस्सा है और केंद्र में एनडीए की सहयोगी है, लेकिन राज्य के चुनाव में दोनों के बीच दूरी है।
चुनाव आयोग के अनुसार, मिजोरम में आज 1276 मतदान केंद्रों पर कुल 8,52,088 वोटर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इसमें पुरुष मतदाता 4,13,064 और महिला मतदाता 4,39,028 हैं। यहां सबसे खास बात यह है कि 18-19 आयु वर्ग के 50,611 वोटर हैं जो की पहली बार मतदान करेंगे। राज्य में 80 वर्ष से अधिक उम्र के 8490 मतदाता हैं। चुनाव आयोग ने प्रदेश के 30 मतदान केंद्रों को क्रिटिकल पोलिंग सेंटर्स के तौर पर चिह्नित किया है।
सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ), मुख्य विपक्षी दल जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) और कांग्रेस पार्टी ने सभी 40 उम्मीदवार खड़े किए हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कुल 23 और आम आदमी पार्टी (आप) ने 4 सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं। बता दें कि 27 उम्मीदवार चुनावी मैदान में निर्दलीय हैं।
2018 मिजोरम विधानसभा चुनाव में मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) ने 37.8 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 26 सीटो पर जीत हासिल की थी। जोरम पीपुल्स मूवमेंट (ZPM) 8 सीटों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी रही। वहीं कांग्रेस के खाते में 2018 चुनाव में केवल पांच सीटें आईं थीं। बता दें कि बीजेपी ने यहां एक सीट पर जीत दर्ज की थी।