मेरठः उत्तर प्रदेश के मेरठ से बेहद दुखद खबर सामने आई है जहां हरिद्वार से जल लेकर आ रहे कावड़िए हाइटेंशन लाइन की चपेट में आ गए. 11 हजार वोल्ट की हाइटेंशन लाइन की चपेट में आने से 6 कावड़ियों की मौत हो गई जबकि 16 लोग घायल बताए जा रहे हैं. इस हादसे को […]
मेरठः उत्तर प्रदेश के मेरठ से बेहद दुखद खबर सामने आई है जहां हरिद्वार से जल लेकर आ रहे कावड़िए हाइटेंशन लाइन की चपेट में आ गए. 11 हजार वोल्ट की हाइटेंशन लाइन की चपेट में आने से 6 कावड़ियों की मौत हो गई जबकि 16 लोग घायल बताए जा रहे हैं. इस हादसे को लेकर बिजली विभाग के JE पर लापरवाही का आरोप लगाया जा रहा है.
दरअसल कांवड़ियों को लाइन कट करने की गलत जानकारी दी गई थी. इसके बाद कांवड़ के लिए जा रहा डीजे हाईटेंशन तार की चपेट में आ गया. जिस दौरान हादसा हुआ उस समय सभी कांवड़िये हरिद्वार से मेरठ जिले के भावनपुर थाना क्षेत्र के राली गांव जा रहे थे. फिलहाल घटना की जांच के लिए आदेश दे दिए गए हैं जहां एक कमेटी का गठन भी किया गया है जो इस मामले को बारीकी से देखेगी.
बताया जा रहा है कि डीजे वाली कावड़ 11 हजार वोल्ट की लाइन की चपेट में आई है जिसमें 16 कावड़िए सवार थे. ये सभी कावड़िए मेरठ के रॉली चौहान गांव की ओर हरिद्वार से गंगाजल लेकर आ रहे थे. अभी तक इस हादसे में 6 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. इसके अलावा 25 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं. मेरठः के अलग-अलग अस्पताल में इन सभी घायलों का इलाज चल रहा है. हादसे में मृतकों की संख्या बढ़ सकती है.
लोगों का कहना है कि उन्हें बिजली विभाग के JE ने लाइन शटडाउन होने की जानकारी दी थी. गांव वालों का आरोप है कि इस मामले में बिजली विभाग की लापरवाही हुई थी. जहां बिजली विभाग की लापरवाही के बाद सरकारी एंबुलेंस के देर से आने पर लोगों में नाराज़गी देखी जा रही है. लोगों का कहना है कि यदि एंबुलेंस और प्रशासन सही समय पर मदद कर देता तो लोगों की जान बचाई जा सकती थी.