नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम की तीसरी बैठक से पहले आम आदमी पार्टी और बीजेपी में तनातनी का दौर फिर शुरु हो गया हैं। जहां आम आदमी पार्टी के सभी पार्षदों ने पीठासीन अधिकारी सत्या शर्मा को चिट्ठी लिखकर एलजी विनय सक्सेना द्वारा मनोनीत किए गए पार्षदों यानी एल्डरमैन काउंसलर्स को वोटिंग राइट ना देने […]
नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम की तीसरी बैठक से पहले आम आदमी पार्टी और बीजेपी में तनातनी का दौर फिर शुरु हो गया हैं। जहां आम आदमी पार्टी के सभी पार्षदों ने पीठासीन अधिकारी सत्या शर्मा को चिट्ठी लिखकर एलजी विनय सक्सेना द्वारा मनोनीत किए गए पार्षदों यानी एल्डरमैन काउंसलर्स को वोटिंग राइट ना देने की अपील की है, तो वहीं बीजेपी ने अभी तक मेयर चुनाव नहीं होने के पीछे आप को जिम्मेदार ठहराया है।
बता दें, मेयर का चुनाव एजेंडे के तहत 11 बजे शुरू होना है, लेकिन उससे पहले ही दिल्ली बीजेपी ने पंत मार्ग स्थित भाजपा के प्रदेश कार्यालय में प्रेसवार्ता करने का ऐलान किया है। आधिकारिक तौर पर बुलाई गई वार्ता को कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, एमसीडी चुनाव प्रभारी रहे विजेंद्र गुप्ता और प्रदेश महामंत्री हर्ष मल्होत्रा संबोधित करेंगे। हालांकि मुद्दे पर चुप्पी साधते हुए नेताओं ने सिर्फ इतना भर कहा कि प्रेस वार्ता एमसीडी चुनाव को लेकर है। ऐसे में तीसरी बैठक शुरू होने से पहले ही हंगामा होने के कयास लगाए जा रहे हैं।
इससे पहले मेयर के चुनावों को लेकर 24 जनवरी को हुई दूसरी बैठक हंगामे के चलते टल गई थी, उस समय बीजेपी ने दावा किया था कि कई आप पार्षदों के बीजेपी खेमे से संपर्क चल रहे हैं, लेकिन उन दावों के उल्ट शाम तक आम आदमी पार्टी ने 135 पार्षद, 13 विधायक और तीन सांसदों की परेड कराकर 151 का संख्या बल दिखा दिया था।
बता दें, 250 पार्षदों के साथ साथ 10 सांसद और 13 विधानसभा सदस्य मेयर के चुनाव के लिए मतदान करेंगे। आम आदमी पार्टी ने 250 में से 134 सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं बीजेपी को 104 सीटें मिली है। इस समय आप के पास 134 पार्षद के अलावा 3 राज्यसभा सांसद भी है। ऐसे में आम आदमी पार्टी के मेयर चुनाव उम्मीद वार को बहुमत मिलने की काफी संभावना है।