लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने लोकसभा चुनाव की तैयारी कर ली है. मायावती खुद लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा कर रही हैं. इसके लिए वह लगातार अपने नेताओं के साथ मीटिंग करती हुई नज़र आ रही है। अब मायावती ने अपने नेतृत्व से चुनाव की तैयारियों पर रिपोर्ट मांगी है जिससे कि नेता और […]
लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने लोकसभा चुनाव की तैयारी कर ली है. मायावती खुद लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा कर रही हैं. इसके लिए वह लगातार अपने नेताओं के साथ मीटिंग करती हुई नज़र आ रही है। अब मायावती ने अपने नेतृत्व से चुनाव की तैयारियों पर रिपोर्ट मांगी है जिससे कि नेता और गंभीर हो जाएं चाहे वह निकाय हो या लोकसभा चुनाव।
बसपा मुखिया मायावती ने चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. खबर के मुताबिक, मायावती को अब अपने सिपहसालारों से रिपोर्ट लेना शुरू करने वाली है. उस रिपोर्ट में किसने काम किया, अब हर हफ्ते बताना होगा। मायावती ने पार्टी पदाधिकारियों को सभी समन्वयकों की जांच करने का भी आदेश दिया। सभी कोऑर्डिनेटर को सप्ताह के लिए एक योजना तैयार करने के लिए कहा गया। एक सप्ताह में कितने सदस्य बने, कितनी बैठकें हुईं, कितने युवा जुड़े, इसकी रिपोर्ट बहनजी को देनी होगी।
विधानसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद मायावती अब लोकसभा चुनाव और उससे पहले नगर निकाय चुनाव में कोई जोखिम नहीं उठाना चाहती हैं और इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं. सिपहसालारों को रिपोर्ट करते समय कई बातें नज़र में रखनी होगी। उन्हें इस बात की पूरी रिपोर्ट देनी होगी कि एक सप्ताह में कितने सदस्यों को प्रशिक्षित किया गया, कितनी बैठकें हुईं और कितने युवाओं को रिपोर्ट में जोड़ा गया। उसके बाद पार्टी पदाधिकारी मायावती को सूचित करेंगे।
बसपा के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद से विश्वनाथ पाल ने अलग-अलग जिलों का दौरा किया है. इस दौरान वह प्रत्येक जिले में जाकर स्थानीय नेताओं से जानकारी लेने में लगाए हैं। जौनपुर बसपा सांसद श्याम सिंह यादव ने कहा कि यह बहुत ही महत्वपूर्ण निर्णय है, जिसके फलस्वरूप पार्टी के नेता व कार्यकर्ता जमीनी स्तर पर जाकर जनता से संवाद बढ़ाएंगे, जिसका लाभ आगामी चुनाव में पार्टी को मिलेगा. बैठक के दौरान मायावती ने यूपी और उत्तराखंड के वरिष्ठ अधिकारियों और जिला अध्यक्षों को राजनीतिक स्थिति में सक्रिय रहने के निर्देश दिए थे. साथ ही पार्टी के अनुकूल माहौल बनाने के साथ ही उन्हें शहर दर शहर जाकर जनाधार को बदले हुए माहौल से जोड़ने को कहा. उन्होंने तब कहा था कि पार्टी आंदोलन को मजबूत करने के लिए नई रणनीति में जी-जान से सहभागी बनें.