नई दिल्ली : कुछ महीनों बाद राजस्थान, एमपी, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में विधानसभा का चुनाव होने वाला है. विधानसभा चुनाव को देखते हुए सभी पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी है. राज्यों में मौजूदा सरकारें जनता से लोक लुभावन वादा कर रही है. कुछ महीने बाद राजस्थान, एमपी, और तेलंगाना में विधानसभा का चुनाव होने […]
नई दिल्ली : कुछ महीनों बाद राजस्थान, एमपी, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में विधानसभा का चुनाव होने वाला है. विधानसभा चुनाव को देखते हुए सभी पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी है. राज्यों में मौजूदा सरकारें जनता से लोक लुभावन वादा कर रही है. कुछ महीने बाद राजस्थान, एमपी, और तेलंगाना में विधानसभा का चुनाव होने वाला है. इसी बीच बसपा प्रमुख मायावती ने बड़ा ऐलान किया और कहा कि राजस्थान, एमपी और तेलंगाना में अकेले चुनाव लड़ेगी. वहीं पंजाब और हरियाणा में कुछ क्षेत्रीय पार्टियों से गठबंधन करेगी.
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि पंजाब और हरियाणा में क्षेत्रीय पार्टियों के साथ गठबंधन होगा. उन्होंने कहा कि जिस भी पार्टी के साथ गठबंधन होगा उसका एनडीए और यूपीए से कोई संबंध नहीं होना चाहिए. बता दें कि कुछ राजनीतिक पंडित कह रहे है कि हरियाणा में विधानसभा आम चुनाव के साथ हो सकता है. इसी को देखते हुए मायावती ने पार्टी के कार्यकर्ताओं को चुनाव के लिए तैयार रहने का निर्देश दे दिया है.
मौजूदा समय में देश में समान नागरिक संहिता की काफी चर्चा हो रही है. कई पार्टियां इसका विरोध कर रही है तो कई समर्थन कर रही है. इस विषय पर मायावती ने कहा कि उनकी पार्टी समान नागरिक संहिता के विरोध में नहीं है लेकिन इसको थोपने का समर्थन नहीं करती है. उन्होंन कहा कि केंद्र सरकार को इस विषय पर और विचार करना चाहिए.
2022 में हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बसपा ने बहुत खराब प्रदर्शन किया था. यूपी में बसपा कई बार सत्ता में रही है लेकिन विधानसभा चुनाव में सिर्फ एक सीटों पर जीत दर्ज की थी. वहीं 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में बसपा को 10 सीट मिली थी. वहीं भाजपा ने 78 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी. 2019 के लोकसभा चुनाव में बसपा का सपा के साथ गठबंधन था लेकिन इस बार अभी तक नहीं है.
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