लखनऊ: लोगों के बीच सिद्ध कहलाने की ख्वाहिश रखने वाले दो तांत्रिकों ने इंसानियत को तार-तार कर दिया. तांत्रिकों को पता था कि मौलाना के पास जिन्न है.
लखनऊ: लोगों के बीच सिद्ध कहलाने की ख्वाहिश रखने वाले दो तांत्रिकों ने इंसानियत को तार-तार कर दिया. तांत्रिकों को पता था कि मौलाना के पास जिन्न है, मौलाना की मौत के बाद तांत्रिकों को भी वही जिन्न चाहिए था. यही सोच उन्हें मौलाना की कब्र तक ले गई. तंत्र-मंत्र करने के बाद जब उन्हें सफलता नहीं मिली तो दोनों तांत्रिकों ने मौलाना की कब्र खोदकर शव बाहर निकाला और सिर काट लिया, इसके बाद वो तंत्र-मंत्र करके सिर को मुंबई लेकर चले गए. पुलिस ने इस मामले का उजागर किया है.
आपको बता दें कि यूपी के बिजनौर में कारी सईफुर्रहमान की कब्र खोदकर गर्दन काटी गई थी. लोगों को शक था कि तांत्रिकों ने कारी सईफुर्रहमान की गर्दन काट ली है. इस बात की जानकारी पुलिस को दी, इसके बाद मौके पर पुलिस पहुंची और कब्र के पास से तंत्र-मंत्र करने का सामान मिला था. परिजन पुलिस से कारी सईफुर्रहमान की गर्दन काट ले जाने वालों को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे. इसके बाद पुलिस ने इसकी जांच शुरू की और तांत्रिकों को गिरफ्तार लिया है.
बिजनौर के एसपी अभिषेक झा ने इस केस में पुलिस की चार टीमें लगाई थी. बिजनौर और आसपास के जिलों में पुलिस पूछताछ कर रही थी. अब इस केस का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने दो तांत्रिक कसीमुद्दीन और राजवीर को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार तांत्रिको ने बताया कि दोनों काफी समय से सट्टा लगाने वालों को नम्बर भी बताते थे. जब उसे 25 जुलाई को कारी सईफुरहमान का निधन होने का पता चला तो उसने कारी के जिन्न को वश में करने के लिए राजवीर को बताया. दोनों ने 40 दिन चुपचाप कब्रिस्तान में जाकर कारी के जिन्न को वश में करने के लिए तांत्रिक सिद्धि की लेकिन जिन्न काबू में नहीं आया. जब जिन्न काबू में नहीं आया तो 23 सितंबर को कब्र खोदकर गर्दन काट ली और कारी का सर लेकर मुबंई चला गया.
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