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मौलाना ने सरकार को ललकारा, पूरे देश की शांति-व्यवस्था हो सकती है भंग, क्या अब मचेगा बवाल

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान महंत यति नरसिम्हानंद पैगंबर ने मोहम्मद और कुरान को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिसके बाद देशभर में राजनीति गरमा गई है. उनके खिलाफ कई जगहों पर एफआईआर भी दर्ज की गई है. अब इस मामले को लेकर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की प्रतिक्रिया […]

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मौलाना ने सरकार को ललकारा, पूरे देश की शांति-व्यवस्था हो सकती है भंग, क्या अब मचेगा बवाल
  • October 5, 2024 12:11 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 months ago

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान महंत यति नरसिम्हानंद पैगंबर ने मोहम्मद और कुरान को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिसके बाद देशभर में राजनीति गरमा गई है. उनके खिलाफ कई जगहों पर एफआईआर भी दर्ज की गई है. अब इस मामले को लेकर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की प्रतिक्रिया सामने आई है. एआईएमपीएलबी के अध्यक्ष खालिद सैफुल्लाह रहमानी ने कहा कि इस्लाम के पैगंबर मोहम्मद साहब के सम्मान में नरसिंहानंद का दुस्साहस असहनीय है.

 

गिरफ्तारी की मांग की

 

एआईएमपीएलबी के अध्यक्ष खालिद सैफुल्लाह रहमानी ने यति नरसिम्हानंद की गिरफ्तारी की मांग की और कहा, “यह लाखों मुसलमानों की भावनाओं को मजबूत करने के लिए है और अगर प्रतिक्रिया में युवा उग्र हो गए, तो पूरे देश की शांति और व्यवस्था भंग हो सकती है। इस्लाम की अवधारणा स्पष्ट है कि सभी धर्मों में पवित्र व्यक्तित्व हैं। चाहे हम उन पर विश्वास करें या न करें, हमारे लिए उनका सम्मान करना, उनका अनादर करने से बचना और उनके अनुयायियों के दिलों को ठेस पहुँचाने से बचना ज़रूरी है।

 

बुरा बोलना मना है

 

उन्होंने कहा, “इस्लाम एक ईश्वर में विश्वास करता है। यह मूर्ति पूजा में विश्वास नहीं करता है, लेकिन कुरान में अन्य समुदायों द्वारा पूजे जाने वाले देवी-देवताओं के बारे में बुरा बोलना मना है। दीन, अकीदा और दीन के मामले में यही सही रास्ता है जो समाज में शांति कायम रख सकता है और जो समाज के सभी वर्गों को एकजुट कर सकता है। मौलाना रहमानी ने मुसलमानों से अपील की है कि ये एक बेतुके शख्स का बयान है. ये आम देशवासियों की सोच नहीं है.

 

 

जीवनी लिखी है

 

उन्होंने कहा, ”हमारे देश में आज भी ऐसे हमवतन हैं और पहले भी हुए हैं, जिन्होंने पैगंबर साहब की जीवनी लिखी है, जिन्होंने उनके सम्मान में नातिया कलाम कहा है. मौलाना रहमानी ने मुसलमानों से अपील की है कि ये एक बेतुके शख्स का बयान है. ये आम देशवासियों की सोच नहीं है. उन्होंने कहा, ”हमारे देश में आज भी ऐसे हमवतन हैं और पहले भी हुए हैं, जिन्होंने पैगंबर साहब की जीवनी लिखी है, जिन्होंने उनके सम्मान में नातिया कलाम कहा है.

 

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