मौलाना ने BJP को ललकारा, फिर मुस्लिम से की अपील, हिंदू-मुसलमान को बांटने की थी साजिश!

 मुंबई: अगर जो लोग बीजेपी का समर्थन करते हैं, तो ऐसे लोगों का हुक्का पीना बंद कर देना चाहिए।” एक वीडियो में मौलाना खलीलुर रहमान सज्जाद नोमानी मुस्लिम समुदाय से यह अपील करते नजर आ रहे हैं। वीडियो वायरल होने के बाद उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि उनके बारे में झूठ फैलाया जा रहा […]

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मौलाना ने BJP को ललकारा, फिर मुस्लिम से की अपील, हिंदू-मुसलमान को बांटने की थी साजिश!

Zohaib Naseem

  • November 16, 2024 3:52 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 hours ago

 मुंबई: अगर जो लोग बीजेपी का समर्थन करते हैं, तो ऐसे लोगों का हुक्का पीना बंद कर देना चाहिए।” एक वीडियो में मौलाना खलीलुर रहमान सज्जाद नोमानी मुस्लिम समुदाय से यह अपील करते नजर आ रहे हैं। वीडियो वायरल होने के बाद उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि उनके बारे में झूठ फैलाया जा रहा है. बीजेपी ने सज्जाद नोमानी के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत भी दर्ज कराई है. आखिर कौन हैं सज्जाद नोमानी, जिनकी चर्चा महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में हो रही है और उन पर वोट जिहाद का आरोप भी लग रहा है?

 

अभियान शुरू किया

 

वहीं ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) के प्रवक्ता सज्जाद नोमानी (69) एक इस्लामिक विद्वान और शिक्षाविद् हैं। अल-फ़रक़ान के संपादक और रहमान फाउंडेशन के संस्थापक। हालांकि वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। वह जुल्फिकार अहमद नक्शबंदी के शिष्य भी हैं। जब ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने धार्मिक अल्पसंख्यकों के संवैधानिक अधिकारियों की सुरक्षा के लिए एक अभियान शुरू किया, तो इस अभियान का नेतृत्व सज्जाद नोमानी ने किया था. जिसके तहत उन्होंने पूरे देश की यात्रा की.

 

पत्र लिखकर तारीफ की

 

बता दें कि सज्जाद नोमानी ने भी सीएए का विरोध किया था और इसके विरोध में भारत बंद का आह्वान किया था. 2021 में जब तालिबान ने अफगानिस्तान पर नियंत्रण स्थापित किया था तो उन्होंने एक वीडियो संदेश में इसकी सराहना की थी. सज्जाद नोमानी ने कहा था, ”दूर बैठा एक हिंदुस्तानी मुसलमान आपको सलाम करता है. 2024 के लोकसभा चुनाव में वह तब सुर्खियों में आए जब उन्होंने राहुल गांधी को पत्र लिखकर उनकी तारीफ की. वहीं सज्जाद नोमानी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी को समर्थन देने का ऐलान कर दिया था.

बयान नहीं दे रहा हूं

 

वहीं उन्होंने 13 नवंबर को उम्मीदवारों की सूची जारी की.  हालांकि उस सूची में कहा गया कि वह 169 मराठा और ओबीसी, 53 एससी-एसटी, 22 मुस्लिम और 40 अन्य समुदाय के उम्मीदवारों का समर्थन कर रहे हैं। हालांकि सज्जाद नोमानी ने लिखा था कि आज मैं संविधान की रक्षा के लिए एमवीए के 269 और 16 अन्य उम्मीदवारों का समर्थन करता हूं। मैं किसी धार्मिक संगठन के प्रवक्ता या सदस्य के तौर पर कोई बयान नहीं दे रहा हूं.” हालांकि, विश्व हिंदू परिषद ने इस पर आपत्ति जताई थी. विहिप ने कहा कि किस धर्म के लोगों को वोट देना चाहिए, इसके बारे में निर्देश देना क्या कानून की दृष्टि से सही है?

 

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