यूपी के देवरिया और हरदोई के बाद अब राजधानी दिल्ली के प्रतापगढ़ इलाके के अष्टभुजानगर और अचलपुर में चल रहे शेल्टर होम में जब छापा मारा गया तो वहां से कई महिलाएं गायब मिलीं. वहीं रजिस्टर में भी गड़बड़ी पाई गई. संचालिका का कहना था कि महिलाएं काम पर बाहर गई हैं लेकिन देर रात इंतजार करने के बाद भी केवल दो ही महिलाएं लौंटी. इस मामले में पुलिस अब छानबीन कर रही है.
नई दिल्लीः यूपी के देवरिया और हरदोई स्थित शेल्टर होम के बाद अब प्रतापगढ़ के दो स्वाधार गृह से के करीब 26 महिलाएं गायब मिली हैं. डीएम ने दो दिनमें अष्टभुजानगर और अचलपुर में चल रहे शेल्टर होम में छापा मारा था. इस मामले में स्वाधार गृह की संचालिकाओं से पूछताछ की जा रही है. यहां महिलाओं की संख्या में भी गड़बड़ी पाई गई है.
डीएम शंभूनाथ ने शहर के अष्टभुजानगर में जागृति स्वाधार महिला आश्रय में छापा मारा. इस दौरान शेल्टर होम की संचालिका ने यहां रहने वाली महिलाओं की संख्या 16 बताई लेकिन मौके पर केवल एक ही महिला मिली जिसका नाम रजिया था. अन्य महिलाओं के बारे में जब पूछा गया तो संचालिका रमा मिश्रा ने बताया कि वे काम पर गई हैं.
वहीं एसडीएम सदर एपसी सिंह जब रात में आश्रय गृह पहुंचे तो उन्हें तीन ही महिलाएं मिलीं. इस बारे में सवाल करने पर उन्हें जवाब मिला कि आग महिलाएं काम से घर नहीं लौंटी हैं. रजिस्टर में भी महिलाओं की संख्या 16 से बढ़ाकर 17 कर दी गई थी. संचालिका ने कहा कि महिलाएं आज लौंटी नहीं हैं उनकी तलाश की जा रही है.
इसी तरह अचलपुर में चल रहे शेल्टर होम में भी छापा मारने पर 12 महिलाएं गायब मिलीं. यहां रजिस्टर में 15 महिलाओं के नाम हैं जिनमें से केवल तीन महिलाएं ही मौके पर पाई गईं. आपको बता दें कि अष्टभुजानगर स्थित जागृति महिला स्वाधार आश्रय गृह का संचालन रमा मिश्रा करती हैं जो कि 2013 में भाजपा जिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष व सभासद भी रह चुकी हैं. पिछले तीन साल से वह इस आश्रम का संचालन कर रही हैं.
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