Mansukh Mandviya meeting on Corona: नई दिल्ली. Mansukh Mandviya meeting on Corona: कोरोना की तीसरी लहर के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने राज्यों और केंद्र साशित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक की. इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने राज्यों और केंद्र साशित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों […]
नई दिल्ली. Mansukh Mandviya meeting on Corona: कोरोना की तीसरी लहर के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने राज्यों और केंद्र साशित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक की. इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने राज्यों और केंद्र साशित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों को ऑक्सीजन की पर्याप्त उबलब्धता सुनिश्चित करने को कहा है.
देश में पिछले 24 घंटों में कोरोनावायरस के 1,79,723 नए मामले सामने आए, जबकि 46,569 लोग ठीक हुए और 146 लोगों की कोरोना से अपनी जान गंवाई. इसके साथ ही देश में कुल कोरोना संक्रमित मामलों की संख्या 3,57,07,727 हो गई है. वहीं, सक्रिय मामलों की संख्या 7,23,619 हैं.
आज दोपहर 3:30 बजे मैं गुजरात, राजस्थान, मध्यप्रदेश, गोवा, दादरा नगर हवेली, दमन और दीव एवं महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्रियों एवं उच्च अधिकारियों के साथ बैठक करुंगा।
कोरोना से निपटने की तैयारियों व इससे सम्बंधित अन्य पहलुओं पर विस्तार से चर्चा होगी।
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) January 10, 2022
इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मान्डविया ने ट्वीट कर अपने इस बैठक की जानकारी दी थी.
आखिरी जनवरी तक आ सकती है कोरोना की पीक
देश में कोरोना की बेकाबू रफ्तार ने सभी को घर में बंद रहने पर मजबूर कर दिया है, ऐसे में IIT के प्रोफेसर मनिंदर अग्रवाल ने बताया कि भारत में जनवरी के अंत या फरवरी की शुरुआत में कोरोना का पीक आ सकता है. उन्होंने यह भी बताया कि यह पीक खत्म होने पर कोरोना के केसेज़ में तेज़ी से कमी देखने को मिलेगी.
देश में कोरोना के बढ़ते आंकड़ें वाकई चिंताजनक हैं. बीते 24 घंटे में देशभर में कोरोना के 1.79 लाख मामले सामने आए जबकि omicron के 4000 से ज्यादा मामले आए हैं. ऐसे में IIT प्रोफेसर मनिंदर अग्रवाल ने जनवरी के आखिर में कोरोना के पीक आने की चेतावनी दी है. उन्होंने बताया कि जनवरी के आखिर में भारत में हर रोज़ 4 से 5 लाख नए केस आ सकते हैं. जबकि दिल्ली और मुंबई में औसतन 40000 केस रोज़ आ सकते हैं.