नई दिल्ली : दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को केंद्र सरकार और BJP पर जमकर निशाना साधा. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिसोदिया ने केंद्र सरकार दिल्ली सरकारी स्कूलों को बंद कराना चाहती है. जैसी बात कही. उन्होंने कहा, इसी वजह से केंद्र सरकार अब दिल्ली के स्कूलों में भ्रष्टाचार की बात कर रही है.
शनिवार को एक बार फिर सिसोदिया भाजपा पर हमलावर दिखे. जहां उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, ‘इनकी सारी बातें झूठी हैं, दिल्ली के स्कूलों में शानदार काम देख कर ये चाहते हैं कि इन स्कूलों को बंद करवा दिया जाए ताकि बच्चों को मजबूरी में प्राइवट स्कूलों में पढ़ना पड़े.
बता दें, बीते दिनों मनीष सिसोदिया के आवास पर सीबीआई की रेड पड़ी थी. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसका भी जिक्र किया और कहा कि ‘दस दिन पहले मेरे आवास पर सीबीआई ने रेड डाला था, लेकिन इतना समय बीत चुका एजेंसी आज तक ये बता नहीं पाई की मेरे घर से उन्हें क्या मिला. पहले भाजपा वालों ने शराब घोटाले का आरोप लगाया उसमें कुछ नहीं मिला तो अब वो स्कूलों के भ्रष्ट होने की बात कर रहे हैं. सारी बाते झूठीं हैं.
इसी कड़ी में सिसोदिया ने कहा कि आज दिल्ली में महज 20 प्रतिशत बच्चे ही प्राइवेट स्कूल की फीस दे सकते हैं, ये बाकि के 80 प्रतिशत बच्चों को परेशान करना चाहते हैं. बीजेपी वालों की रुचि स्कूल के अंदर भ्रष्टाचार को खत्म करने की नहीं बल्कि निजी स्कूलों को ज्यादा से ज्यादा बढ़ावा देने की हैं और इसके लिए वो सरकारी स्कूल को बंद कराने के लिए आमादा हैं. उन्होंने आगे कहा कि देश में साल 2014 से बीजेपी की सरकार है.
आप पता कीजियेगा – इस दौरान इन्होंने कई सरकारी स्कूलों को बंद करवाया है जबकि निजी स्कूलों को खुलवाया है. आज दिल्ली में ये FIR करके सरकारी स्कूल बंद करने का मिशन बढ़ाना चाहते हैं. अगर मैं सिर्फ 2015 से 2021 तक आंकडे आपके बताऊं तो देश भर में 72 हजार 747 सरकारी स्कूलों को केंद्र और भाजपा की सरकार ने बंद करवाए हैं. सिसोदिया ने केंद्रीय सरकार पर प्रहार करते हुए कहा, सीबीआई और ईडी तो इनके बहाने हैं. मैं जब पहले ही नहीं डरा तो अब क्या ही डरूंगा.
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