नई दिल्ली: आपको बता दें कि मनीष कश्यप जो कि एक चर्चित यूट्यूबर हैं उन्हें फर्जी वीडियो वायरल करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। बताया जा रहा है कि फिलहाल मनीष कश्यप तमिलनाडु पुलिस की हिरासत में हैं और न्यायलय नें मनीष को 14 दिन की ज्यूडिशियल कस्टडी में रखने का आदेश दिया […]
नई दिल्ली: आपको बता दें कि मनीष कश्यप जो कि एक चर्चित यूट्यूबर हैं उन्हें फर्जी वीडियो वायरल करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। बताया जा रहा है कि फिलहाल मनीष कश्यप तमिलनाडु पुलिस की हिरासत में हैं और न्यायलय नें मनीष को 14 दिन की ज्यूडिशियल कस्टडी में रखने का आदेश दिया है।
हाल ही में मनीष कश्यप ने अपने यूट्यूब चैनल पर वीडियो पोस्ट किया था जो काफी वायरल हुआ, बाद में वीडियो फ़र्ज़ी निकली । वीडियो तमिल नाडु की है जिसमें बिहार के कुछ मजदूरों को पीटते हुए दिखाया गया है। सूत्रों की खबर के अनुसार मनीष कश्यप से पूछताछ के दौरान मिली जानकारियों के आधार पर पुलिस ने कड़िया जोड़ते हुए ये पाया कि ये सारा किया धरा मनीष के अकेले का नहीं है बल्कि उनके पीछे एक काफी बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है। पुलिस इससे जुड़े सवाल भी मनीष से अगले पूछताछ में करेगी।
बता दें कि तमिलनाडु पुलिस मनीष कश्यप को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर गयी थी और बुधवार को मनीष कश्यप को मदुरई कोर्ट में पेश करते हुए उसकी रिमांड बढ़ने की मांग की जिसे कोर्ट ने मंजूरी दे दी और 15 दिनों की अवधी बढ़ा दी। तमिलनाडु पुलिस के हिरासत से पहले मनीष बिहार पुलिस की कस्टडी में था। बिहार पुलिस ने अपनी पूछताछ पूरी करने के बाद ही तमिलनाडु के ट्रांजिट कस्टडी को मंजूरी दी थी।
बता दें की मनीष कश्यप ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है जिसमे उसका कहना है कि अलग-अलग राज्यों में केस दर्ज होने के कारण उसे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, इसलिए सारे मुकदमों को एक साथ कर देने की मांग की है। मनीष कश्यप के ऊपर तमिलनाडु से लेकर बिहार तक कई केस दर्ज है।
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