नई दिल्ली। पिछले सात महीने से हिंसा की चपेट में रहे मणिपुर में उग्रवादियों पर पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। यहां सशस्त्र बलों के खिलाफ हिंसक वारदातों में उग्रवादी संगठनों के शामिल होने के दावे पहले ही किए जा रहे थे। अब धीरे धीरे इनके गुर्गों की गिरफ्तारी भी शुरू हो गई है। खबरों […]
नई दिल्ली। पिछले सात महीने से हिंसा की चपेट में रहे मणिपुर में उग्रवादियों पर पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। यहां सशस्त्र बलों के खिलाफ हिंसक वारदातों में उग्रवादी संगठनों के शामिल होने के दावे पहले ही किए जा रहे थे। अब धीरे धीरे इनके गुर्गों की गिरफ्तारी भी शुरू हो गई है। खबरों के मुताबिक मणिपुर पुलिस ने आठ उग्रवादियों को हिरासत में लिया है। उन्होंने शुक्रवार को एक छात्र का अपहरण किया था। शनिवार को इन उग्रवादियों की गिरफ्तारी के बाद इनके चंगुल से 22 साल के छात्र को छुड़ाया गया है।
पुलिस ने बताया कि पकड़े गए उग्रवादी पूर्वोत्तर राज्य में एक प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन कांगलेइपक कम्युनिस्ट पार्टी (पीडब्ल्यूजी) के सक्रिय सदस्य हैं। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि जिस छात्र को इनके चंगुल से छुड़ाया गया है उसका नाम लैशराम चिंगलेन सिंह है। उसको इंफाल पश्चिम जिले में डीएम कॉलेज ऑफ साइंस के हॉस्टल से शुक्रवार दोपहर को किडनैप कर लिया गया था। इन उग्रवादियों के साथियों ने उसको किडनैप किया था। इसके बाद अपहर्ताओं ने उसके माता-पिता से 15 लाख रुपये की फिरौती भी मांगी थी।
छात्र के माता-पिता से शिकायत मिलने के तुरंत बाद पुलिस ने इंफाल पश्चिम जिले के विभिन्न जगहों में तलाशी अभियान शुरू किया। खबरों के मुताबिक मोबाइल डंपिंग टेक्नोलॉजी और लोकेशन ट्रैकर की सहायता से इन उग्रवादियों के ठिकानों पर दबिश दी गई है और धर दबोचा गया। उनके पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए हैं।