इम्फाल। मणिपुर में जातीय विवाद पर भड़की हिंसा में तक़रीबन 50 हजार लोगों ने अपने घर खो दिया हैं। जिसे ध्यान में रखते हुए सरकार ने उनके रहने के लिए कुल 349 राहत शिविरों का निर्माण किया है। ये जानकारी डॉ. आर के रंजन ने रविवार यानी 11 जून को दी। 990 हथियार बरामद राज्य […]
इम्फाल। मणिपुर में जातीय विवाद पर भड़की हिंसा में तक़रीबन 50 हजार लोगों ने अपने घर खो दिया हैं। जिसे ध्यान में रखते हुए सरकार ने उनके रहने के लिए कुल 349 राहत शिविरों का निर्माण किया है। ये जानकारी डॉ. आर के रंजन ने रविवार यानी 11 जून को दी।
राज्य के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री डॉ. आरके रंजन ने बताया कि सभी जिलों में खासकर कि संवेदनशील क्षेत्रों में जांच अभियान शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि अब तक 13,000 राउंड गोला-बारूद-डायनेट्रो और 990 हथियार बरामद किए गए हैं।
कुछ देर की शांति के बाद एक बार फिर मणिपुर में हिंसा भड़क उठी थी । मणिपुर के काचिंग जिले के सेरो गांव में कुछ लोगों ने करीब 100 घरों में आग लगा दी थी। इस ताजा घटना की शुरुआत किस समुदाय ने की, यह अभी पता नहीं चल पाया है, हालांकि मामले की जांच शुरू चल रही है।
मणिपुर में दुबारा भड़की हिंसा में 100 घरों में आग लगा दी गयी है। जिसमें से एक घर कांग्रेस विधायक रंजीत सिंह का है। अधिकारीयों ने बताया कि रविवार यानी 4 जून को विधायक रंजीत के घर में घुसकर तोड़ फोड़ शुरू कर दी थी। जिसमें विधायक रंजीत और उनका परिवार बाल-बाल बचा है। उपद्रवियों ने इसके बाद कई घरों को आग लगा दी।
हिंसक भीड़ ने जिले में तैनात BSF के जवानों पर भी हमला बोल दिया। इसी के चलते सुरक्षाबल और हिंसक भीड़ के बीच गोलीबारी की भी खबर सामने आ रही है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि आग लगने के बाद लोगों को घटनास्थल से सुरक्षित निकाल कर उन्हें राहत शिविर में पहुंचाया गया। जिसके बाद फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया।