मणिपुर, मणिपुर के नोनी जिले में स्थित सेना के कैंप में भूस्खलन से 7 सेना के जवानों समेत 17 लोगों की मौत हो गई है, अब तक घटनास्थल से 17 शव बरामद किए गए हैं. बताया जा रहा है कि 25 से ज्यादा जवान अब भी दबे हुए हैं, जिनके लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक जिस समय ये हादसा हुआ कैंप में बड़ी संख्या में जवान मौजूद थे.
इस घटना को लेकर डीजीपी पी डोंगल ने बताया कि अभी फिलहाल 23 लोगों को बाहर निकाला जा चुका है। जिसमें 14 की मौत हो चुकी है। बाकी बचे लोगों की तलाश की जा रही है। डीजीपी ने आगे बताया कि इस भूस्खलन में रेलवे के कर्मचारी, सेना के जवान, गांववाले और मजदूरों को मिलाकर करीब 60 लोगों के दबे होने की आशंका है। गुरूवार को दिनभर चले ऑपरेशन के बाद सेना के 7 जवानों के शव निकाले गए और 13 जवानों को सुरक्षित बचा लिया गया है। अधिकारियों के मुताबिक कैंप पूरी तरह बर्बाद हो गया है और अभी बड़ी संख्या में जवान लापता हैं। जिनकी तलाश की जा रही है।
खराब मौसम और दोबारा हुई लैंड-स्लाइड से सेना को रेस्कयू ऑपरेशन में काफी दिक्कते हो रही है। अभी लापता जवानों की तलाश की जा रही है। मौसम साफ होने का इंतजार किया जा रहा है। सेना के हेलीकॉप्टर फिलहाल स्टैंडबाय पर हैं।
बता दें कि मणिपुर लैंडस्लाइड से भारी क्षति हुई है। बुधवार देर रात भारी बारिश की वजह से अचानक पहाड़ दरका और भारतीय सेना का पूरा कैंप तबाह हो गया। हादसे के वक्त कैंप में बड़ी संख्या में जवान मौजूद थे।
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