इम्फाल। मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने का मामला पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है. 4 मई की वीडियो अब जाकर सोशल मीडिया पर वायरल हुई है. इस मामले में अब तक कुल 4 आरोपी गिरफ्तार हुए थे, वहीं आज 5वें आरोपी को भी पकड़ लिया गया है. घटना की वीडियो […]
इम्फाल। मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने का मामला पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है. 4 मई की वीडियो अब जाकर सोशल मीडिया पर वायरल हुई है. इस मामले में अब तक कुल 4 आरोपी गिरफ्तार हुए थे, वहीं आज 5वें आरोपी को भी पकड़ लिया गया है. घटना की वीडियो वायरल होने के बाद पीड़ित महिला के पति का बयान सामने आया है. इस बयान में उनका दर्द छलक रहा है. उन्होंने कहा है कि कारगिल जैसे युद्ध में देश को बचाया था लेकिन अपने ही पत्नी की इज्जत को नहीं बचा पाया.
महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाने के सभी आरोपी को 11 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. दरअसल थोउबल जिले के एक अदालत ने आरोपियों को 31 जुलाई तक के लिए पुलिस की हिरासत में भेज दिया है. बता दें कि जिन महिलाओं का वीडियो वायरल हुआ था, उसमें से एक पीड़िता के पति ने कारगिल युद्ध में देश की रक्षा किया था. अब पूर्व सैन्यकर्मी ने घटना पर अफसोस जताते हुए कहा कि, देश की रक्षा की लेकिन अपने ही पत्नी को अपमानित होने से नहीं बचा सका. मिली जानकारी के अनुसार सैनिक ने असम रेजिमेंट में सूबेदार के तौर पर भारत के लिए सेवा प्रदान कर चुके हैं.
पीड़िता के पति ने एक हिंदी चैनल से बात करते हुए बताया कि, ‘ कारगिल युद्ध में मैने लड़ाई लड़ी थी, श्रीलंका में भारतीय शांति सेना के हिस्से के रूप में भी तैनात हुआ था. देश की रक्षा करने के बावजूद मैं निराश हूं, क्योंकि मैं अपने घर, पत्नी और साथी ग्रामीणों की रक्षा नहीं कर सका..मै बहुत दुखी और उदास हूं कि 4 मई के दिन भीड़ ने इलाके के कई सारे घरों को जला दिया, दो महिलाओं को निर्वस्त्र किया और उनको गांव वालों के सामने चलने पर मजबूर किया. ‘ उन्होंने आगे बताया कि पुलिस वहां पर मौजूद थी लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की. उन सभी आरोपियों को सजा मिलनी चाहिए, जिन्होंने घर जलाए और महिलाओं को अपमानित किया.